To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
By. जावेद बिन अली
प्रयागराज : इलाहाबाद का प्रसिद्ध क्षेत्र करेली में उर्दू सहाफत सेमिनार में बोलते हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी एम डब्लू अंसारी ने कहा उर्दू और हिंदी दोनों भाई बहन हैl इनको अलग नहीं किया जा सकता l अंग्रेज के जमाने से उर्दू का चलन ज्यादा था lक्योंकि गैर मुस्लिम उर्दू लिखते थे । उर्दू अखबार निकलता था । पुराने लोग दुनिया को अलविदा कह चुके हैं lनई पीढ़ी के लोग उर्दू पर तवज्जो नहीं दे रहे हैं lइस वक्त जरूरत है lउर्दू को ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाए lताकि लोग उर्दू पढ़ने में दिलचस्पी ले सके l
प्रोफेसर अजय मालवीय ने उर्दू के बारे तपशील से लोगों को इसकी खूबियों को बताया l क्योंकि उर्दू सभी समाज की जरूरत है ।उर्दू के माध्यम से उच्चारण सही किया जा सकता है l उर्दू के बगैर हिंदी भी अधूरी है।
इस अवसर पर प्रोफेसर शालिया रसीद ने भी उर्दू के बारे में जानकारी दी सालीहा रशीद ने कहा उर्दू के बिना सब कुछ अधूरा है lइसलिए सभी समाज को उर्दू पर ध्यान देने की जरूरत है ।
डॉ॰ खुर्शीद आलम ने भी उर्दू के बारे में बताया कोई भी काम चाहे शायरी हो या कोई भी किताब हो बगैर उर्दू के अधूरी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थेl प्रोग्राम की निजामत उत्तर प्रदेश के मशहूर शायर फरमूड इलाहाबादी ने किया । इसरार अंसारी ने आए हुए सभी लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers