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बरेली – बिजली मीटर के नाम पर बिजली उपभोक्ताओं को गुमराह कर के गलत रिपोर्ट तैयार कर रिश्वत मांगने वालों का अब खेल खत्म हो जाएगा बिजली मीटर में खराबी पर उपभोक्ताओं के मत्थे कर्मी दोष नहीं मढ़ पाएंगे। शहर के चारों डिवीजन की लैब सीसीटीवी कैमरों से लैस होने जा रही है कैमरे के सामने ही मीटर खोला जाएगा। मीटर तेज चलना, रीडिंग गलत आना, बंद होना जैसी शिकायतें आमतौर पर उपभोक्ता की होती है जब इसकी शिकायत बिजली निगम से करते हैं तो मीटर निकालकर लैब जाता है।
उपभोक्ता को नियत समय पर बुलाया जाता है। नियम तो है कि उपभोक्ता के सामने ही मीटर खोलकर उसकी खराबी देखी जाए लेकिन ऐसा होता नहीं है। उपभोक्ता के आने से पहले ही कर्मचारी मीटर खोल देते हैं। खराब मीटर की जांच के बाद जो रिपोर्ट बनाते हैं, उसमें उपभोक्ता को ही दोषी बता देते हैं। पब्लिक इसकी शिकायत करती है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। अब इस पर रोक लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। शहर के चारों सर्किल में लैब में सीसीटीवी लगाया जाएगा। सीसीटीवी के सामने ही मीटर खोला जाएगा।
अक्सर उपभोक्ता यह शिकायत करते हैं कि मीटर खराब होने पर उनके खिलाफ ही रिपोर्ट बना दी गई जबकि उनकी कोई गलती नहीं थी। इसे देखे हुए सीसीटीवी लगाने का निर्देश एनके मिश्र, अधीक्षण अभियंता, शहर ने दिया है।
जुर्माने क्या है नियम
मीटर में गड़बड़ी मिलने पर घरेलू और कॉमर्शियल कनेक्शन के लिए अलग-अलग जुर्माने का प्रावधान है। घरेलू कनेक्शन वाले मीटर पर प्रति किलोवाट 4 हजार रुपये, कॉमर्शिलय कनेक्श्न पर प्रति किलोवाट 10 हजार रुपये जुर्माना देना होता है।हर माह खराब होते हैं 1 हजार मीटरशहर में 1.79 लाख उपभोक्ता हैं। औसतन हर माह करीब 1 हजार मीटर खराब होते हैं जिनको लैब लाकर खोला जाता है। सीसीटीवी लग जाने के बाद अब मीटर खराबी की रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा करना आसान नही होगा।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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