दहकते हुए अंगारों से गुजरे अकीदतमंद, फिजा में गूंजी सदा ए या हुसैन

By: Shakir Ansari
Jul 17, 2024
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इमाम हुसैन की याद में हुआ अंगारे का मातम

दुलहीपुर।  इमाम हुसैन और उनके 71साथियों की याद में चंदौली के दुलहीपुर स्थित जाफरी स्ट्रीट में दहकते हुए अंगारों का मातम हुआ। इसमें अकीदतमंद इमाम हुसैन और उनके 6 माह के बच्चे की याद में अंगारों से गुजरे।


इस दौरान फिजा में या हुसैन की सदा गूंजती रही। इस आयोजन को देखने के लिए मिलकियाना स्थित शिया जामा मस्जिद के कैंपस में सैकड़ों लोग मौजूद रहे। इस दौरान सुरक्षा का भी कड़ा इंतजाम रहा।


इमाम हुसैन और उनके 6 माह के बच्चे की याद में होता है आयोजन


इस संबंध में मौलाना कैसर हुसैन नजफी ने बताया - इमाम हुसैन के 71 साथियों में उनका 6 माह का बच्चा अली असगर भी था। कब तीन दिन से पानी नहीं मिला तो इमाम हुसैन बच्चे को लेकर यजीदी फौज के सामने लेकर गए और उसे पानी देने को कहा, लेकिन यजीदी फौज ने पानी नही दिया । इसपर इमाम हुसैन ने अली असगर को जलते हुए रेगिस्तान पर लेटा दिया, जिसके लिए कहा जाता है कि वह इतना गरम था की अगर दाना डाला जाता तो वो भुन जाता । उस वक्त को याद करते हुए अकीदतमंद आग का मातम करते हैं और उस एहसास से गुजरते हैं । 


हर समुदाय के लोगों ने किया आग का मातम

इस दौरान शिया समुदाय के साथ ही साथ हिंदू और सुन्नी भाइयों ने भी आग का मातम किया। खादिम ए आजादारी राहिब जाफरी ने बताया कि अंगारे के मातम में आपसी भाईचारे के साथ सभी धर्म के लोगों ने अंगारे पर चलकर कौमी एकता का संदेश दिया ।


Shakir Ansari

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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