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चंदौली। दुलहीपुर जाफरी स्ट्रीट में कदीमी दुलदुल अलम का जुलुस निकाला इमामबाड़ा मो अब्बास से जिसमे आस पास के गांव के सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे और दर्शन किए
अंजुमन सज्जादियां असगरिया के और अंजुमन जाफरिया ने नोहा ख्वानी की और मातम किया बनिए जुलूस जनाब फजल अब्बास जाफरी और उनके सभी भाई लोगो ने जुलुस का एहतेमाम किया और नक्कन साहब ने पानी और शरबत की सबील किया
बाद जुलूस आए हुवे तमाम श्रद्धालु का खाना किया गया जो एक कदीमी खिदमत मो अब्बास साहब का खानवादा करता है इस परम्परा को अब उनके पौत्र करते है शेमु जाफरी पूरी तरह से सभी लोगो का शुक्रिया अदा कर रहे थे
बाद
जुलुस इमाम बड़ा हकीम साहब में मजलिस का आयोजन था
उसके बाद इमामबारगाह मो जाफर में डाक्टर प्रोफेसर अज़ीज हैदर साहब ने मजलिस को खिताब किया
अंजुमन सज्जादिया के सेकेट्री यासिर हैदर जाफरी साहब ने पेशखानी की
फैजी जाफरी ने चाय पानी की सबील किया एडवोकेट जाफर मेहदी ने मजलिस में तमाम लोगो से आने वाली दस मोहर्रम को शान्ति के साथ पूरी शान शौकत से ताजिया जुलूस ले चलने की अपील की
नेजामात करते हुवे राहिब जाफरी ने बताया की आज का दिन ईमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के उस भाई के नाम से याद किया जाता है जिसको नबी करीम की बेटी ने अपना बेटा बोला है
हिटलर अपनी फोज को रोक कर जब गाज़ी अब्बास की कब्र के पास गया तो बोला ये अब्बास इब्ने अली की कब्र है पूरी दुनिया में तीन दिन तक भूखा प्यासा ये कमांडर अपनी फोज को लेकर अपने भाई के साथ खड़ा रहा और अपने भाई ईमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मोहब्बत में अपनी जान दे दे और हिटलर ने रोजे ए अब्बास पे अपनी फौज के साथ सलामी पेश की
मजलिस में इम्तियाज हैदर जाफरी
लाइक जाफरी पप्पू जाफरी हैदर जाफरी डाक्टर राहत रजा शारिब जाफरी दाबिर जाफरी और ईमाम हुसैन फाउंडेशन के चेयरमैन जनाब काशिफ जाफरी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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