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दिलदारनगर : (गाजीपुर) एसडीएम सेवराई राजेश प्रसाद चौरसिया के नेतृत्व मे दिलदारनगर के आदित्य हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी की जहाँ मानक के अनुरूप ना होने पर उसे हुए सीज कर दिया गया। कार्यवाई के दौरान अस्पताल में भर्ती करीब आधा दर्जन मरीजो को जिला अस्पताल और कुछ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा में शिफ्ट कराया गया है। एसडीएम द्वारा औचक हुए इस कार्यवाई से सम्बंधिक्त गैर मानक अस्पताल संचालको में हड़कम्प मचा हुआ है।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देश पर क्षेत्र में इन दिनों अवैध अस्पतालों के खिलाफ एसडीएम सेवराई राजेश प्रसाद चौरसिया के द्वारा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में बुधवार की देर शाम दिलदारनगर बड़ी नहर स्थित आदित्य हॉस्पिटल में छापेमारी की गई। इस दौरान वहां दुर्व्यवस्थाओं के बीच बड़े पैमाने पर मरीजों को भर्ती किया गया था। वहीं कुछ मरीजों के ऑपरेशन भी किए गए थे। जबकि निरीक्षण के द्वारा वहा महज एक स्टाफ नर्स ही थी अस्पताल प्रबंधक और चिकित्सक मौके से फरार हो गए। स्टाफ नर्स द्वारा दिखाए गए रजिस्ट्रेशन में अस्पताल का रजिस्ट्रेशन बहुत पहले ही एक्सपायर हो गया था। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन के मुताबिक अस्पताल को मानक विरुद्ध संचालित करते हुए पाया गया।
एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल संचालक व संबंधित चिकित्सक पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए हॉस्पिटल को सीज कर दिया। इसी दौरान एक महिला मरीज के द्वारा अन्य अस्पताल में भर्ती मरीज से सीजर के रूप में ₹42000 की लेने की शिकायत की गई जिस पर भड़के एसडीएम ने मुस्कान अस्पताल पर भी कार्रवाई करते हुए उसे सीज कर दिया। साथ ही मरीज को वहां से डिस्चार्ज कराया। एसडीएम ने बताया कि अस्पताल संचालकों के द्वारा बिना पंजीकरण कराए ही स्वास्थ्य विभाग के मानकों को ताक पर रखकर अवैध रूप से अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई तय है। इस बाबत प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा डॉ धनंजय आनंद ने बताया कि अवैध अस्पतालों पर इन दिनों कार्रवाई की जा रही है जिस के क्रम में दिलदारनगर के आदित्य हॉस्पिटल में मानक के अनुरूप दस्तावेज व संसाधन ना होने के कारण सीज किया गया है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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