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By : सुरेन्द्र सरोज
नवी मुंबई : आम आदमी पार्टी के सर्वेक्षक अरविंद केजरीवाल एक तरफ बाबासाहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें लगाकर यह दावा कर रहे हैं कि पार्टी प्रगतिशील सोच रखती है और संविधान का सम्मान करती है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सचिव महेंद्र कांसे नवी मुंबई में कार्यकारी बीसी सेल ने दुर्भाग्य व्यक्त किया कि राजस्थान के जालोर में एक प्रोफेसर ने पानी के विवाद में 9 साल के बच्चे की हत्या कर दी। "क्या बकवास है, आप जातिवादी मुद्दा क्यों उठा रहे हैं?" इतना कहकर प्रीति शिंदेकर ने उन्हें वाट्सएप ग्रुप से हटा दिया और पार्टी से निकालने की धमकी दी, लेकिन महेंद्र कांसे ने वरिष्ठों से संपर्क किया और स्पष्ट किया कि वह मुझे पार्टी से नहीं निकाल सकते। लेकिन तथ्य यह है कि पार्टी की नवी मुंबई कार्यकारिणी में श्यामभाऊ कदम, प्रीति शिंदेकर जैसे पार्टी नेताओं ने जालोर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में कोई गंभीरता नहीं दिखाई और एक साधारण विरोध व्यक्त नहीं किया, यह दर्शाता है कि पिछड़े वर्गों के लिए पार्टी की लक्ष्य नीति है पिछले 40 साल से सिर्फ वोटों की राजनीति से सत्ता हासिल करने के लिए नेता महेंद्र कांसे ने खेद जताया है. इसके अलावा रिपई (पुनर्निर्माण) पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष सिद्धार्थ जाधव को इस मामले की जानकारी है और आम आदमी पार्टी के जातिवादी नेताओं ने इसका कड़ा विरोध जताया है. और अंबेडकरी आंदोलन के सभी संगठनों और पार्टी कार्यकर्ताओं से इस तरह की जातिवादी प्रवृत्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आह्वान किया गया है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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