To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
By - सुरेन्द्र सरोज
मुंबई : कोरोना महामारी से पूरा देश आज भी जूझ रहा है लेकिन अस्पताल की मनमानी आज भी उसी तरह शुरू है। वहीं झारखंड के रहने वाले १७ वर्षीय सुखदेव साव जो बोरवली में एक मैकेनिक का काम करते थे। २४ तारीख को हल्का बुखार होने के कारण उसे शताब्दी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। 2 दिन के इलाज के बाद वहां के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया और उनके परिजनों को कहा कि आप उन्हें प्राइवेट किसी अस्पताल में भर्ती कराए ताकि उन्हें अच्छा इलाज मिल सके डॉक्टर के बार बार कहने पर उनके रिश्तेदारों ने सुखदेव साव को २५ तारीख शाम को बोरावली के अपेक्स मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया उन्हें पहले 40 हजार कैश जमा करने के लिए कहा गया अस्पताल की और से पेशेंट को आईसीयू की जरूरत होगी कहा गया था और इसमें काफी खर्च होगा आईसीयू वेंटिलेटर का चार्ज सब बता दिया गया था उसके बावजूद वहां के डॉ. अंसारी ने सुबह रिश्तेदारों को बताया कि हालत चिंताजनक है उम्मीद कम है और उस समय शाम 4:00 बजे सुखदेव साव को मृत घोषित किया गया हालांकि परिवार वालों पहले ही सब जानते थे लेकिन अस्ताल प्रशासन ने जब रिश्तेदारों को १ लाख ६० हजार का बिल दिया तो उनके होश उड़ गए। पूरे एक दिन भी नहीं होने के बावजूद इतना बिल किस आधार जोड़ा गया सवाल पूछने पर अस्पताल ने लंबी चौडा लिस्ट थमा दिया। मृत शूखदेव के मामा चुरामनी साव ऑटो रिक्शा चलाते है इस बात खबर मिलते ही उन्होंने अपने सभी रिक्शा वाले मित्र और संघटना के अध्यक्ष सालुंखे अस्पताल पहुंचे साथ ही उनके करीबी रिश्तेदार और जनकल्याण सामाजिक संस्था झारखंड प्रदेश अध्यक्ष विनोद चंद्रवंशी के साथ महासचिव सुरेन्द्र सरोज भी मौके पर पहुंकर पूरा बिल माफ करने के लिए आग्रह किया गया। परंतु अस्पताल ने बिल माफ करने से साफ मना कर दिया इस बात की खबर मिलते ही सभी रिक्शा वालो बड़ी संख्या में एक जुट होकर हंगमा करने के बाद अस्पताल स्कते आया और मात्र १५ हजार कम करने का आश्वाशन दिया लेकिन गरीब परिवार ने कहा की हमने पहले ही ४० हजार भर दिया अभी हमारे पास भरने के लिए कुछ भी पैसा नहीं है। लेकिन अस्पताल साफ मना कर दिया पूरा बिल भरने के बाद ही मृत शरीर दिया जाएगा। मामले को देखते हुए महाराष्ट्र रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष धर्मा सालुंखे और पत्रकार सुरेन्द्र सरोज ने बोरवली शिवसेना के आमदार प्रकाश सुर्वे जी को संपर्क किया और घटना कि जानकारी दी आमदार सुर्वे साहब ने तुरंत अस्पताल के प्रशासन से बात करने के बाद इस्थानिक पोलिस से भी संपर्क किया। वरिष्ठ पोलिस निरीक्षक सालुंखे अस्पताल पहुंचे पूरी जानकारी ली उसके बाद अपेक्स अस्पताल ने सहयोग किया और बिल माफ कर दिया गया। रिश्तेदारों ने आमदार सुर्वे साहब और धर्मा सालुंखे का जनकल्याण सामाजिक संस्था के सभी पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers