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By: मोहम्मद अफरीदी इदरीसी
कानपुर : मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर की है जहां गांव पुरानपरवा तहसील थाना रसूलाबाद साहेब मेहरबान अपने घर परिवार के साथ अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहे थे साहेब मेहरबान के तीन बेटे अपने अपने काम में लगे रहते थे तभी एक बेटा सानू उर्फ सोनी हैबानीयत के रास्ते पर चल पड़े और और उसके मन में बेईमानी का ख्याल आने लगा तारीख २८ महीना अगस्त साल २०२१ को बाप का सारा प्रोपर्टी अपने नाम करवा लेता है और ठीक एक हफ्ता बाद यानी ७ सितंबर को पिता साहेब मेहरबान का मृत्यु हो जाता है। मामला इतना ही नही है ये अंदर ही राज है २८ अगस्त को साहेब मेहरबान का प्रॉपर्टी सानू उर्फ सोनी के नाम किया जाता है और ठीक उसी दिन वह सारा प्रॉपर्टी सानू अपनी पत्नी नजमा खातून के नाम वसीयत कर देता है साहेब मेहरबान का प्रॉपर्टी का गवाह कोई रिश्तेदार नही पुरानपरवा का नागरिक नही बल्कि उस प्रॉपर्टी का गवाहदार बनता है अन्य गांव विकासनगर का रहने वाला यूनुस और नौशाद पिता गुलाम साबिर है । मिली जानकारी के अनुसार साहेब मेहरबान को गला घोंटकर हत्या करने वाला उसका मझला बेटा सानू उर्फ सोनी और सानू की पत्नी नजमा खातून का नाम सामने आ रहा है मृतक का बड़ा बेटा रईसुद्दीन मोहम्मद असलम प्रधान ,मुन्ना हुसैन , संजय कुमार , रामबती देवी ,सुनीता देवी ,जब परिजनों के साथ रसूलाबाद थाना पहुंचे FIR दर्ज कराने के लिए खाकी वर्दी की शर्मसार हकीकत आपको बताते चलें।
रसूलाबाद पुलिस का कहना है हमें ७५ हजार रुपए चाहिए उसके बाद ही हम इस साजिश रचने वाले को छानबीन करेंगे वरना नही करेंगे इतना ही नही रसूलाबाद पुलिस को बहुत आरजू बिनती करने के बाद अपराधी सानू उर्फ सोनी को थाना में बुलाया जाता है और बड़े प्यार से चाय पानी पिला कर उसे बाइज्जत छोड़ दी जाती है वाह रे लालची उत्तर प्रदेश पुलिस
आपको बताते चलें एक कहावत है जिसकी जड़ ही सही नही है तो उसका फुनगी कहां सही रहेगी जब उत्तर प्रदेश आदित्यनाथ योगी का सरकार भ्र्रष्ट है तो उसकी पुलिस कैसी रहेगी अखिलेश सरकार में उत्तर प्रदेश क्राइम में ३३ प्रतिशत थी आज योगी सरकार में बलात्कार लूट हत्या भ्र्ष्टाचार में उत्तर प्रदेश ८५ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है
इस साजिश की शिकायत पुलिस अधीक्षक से भी तीन बार की गई लेकिन अंजाम 0% रहा अब तो रास्ता साफ हो गया है अगर रईसुद्दीन को अपने पिता के हत्या का कारण जानना है या किसी प्रकार की छानबीन करवानी है तो कानपुर देहात बिल्लोर के अंतर्गत रसूलाबाद थाना को ७५ हजार रुपए देने होंगे तभी आगे की कार्यवाही होगी पुलिस समाज का रक्षक होते हैं लेकिन नालत है ऐसे पुलिस की जो रक्षक नही भक्षक है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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