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जौनपुर:मेडिकल कालेज के खुलने का शुभ मुहूर्त की तिथि हुई जारी
जौनपुर : पिछले सात वर्षों के इंतजार के बाद बहु प्रतिक्षित सिद्दीकपुर स्थित राजकीय मेडिकल कालेज के लोकार्पण का मुहुर्त आ गया है। ९ जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली से वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण के मद्देनजर तैयारी पूरी कर ली गयी है। मंगलवार को जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कालेज के प्राचार्य डा. शिव कुमार के साथ सुबह तैयारियों का जायजा लिया। उल्लेख्य है कि सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिले की स्वास्थ्य सेवा मजबूत करने के लिए पांच सौ बेड का राजकीय मेडिकल कालेज स्वीकृत करते हुए २५ अक्टूबर १४ को शिलान्यास किया था। साथ ही एक वर्ष के भीतर ओपीडी खोलने का आश्वासन दिया था। लेकिन सरकार चली गयी और कालेज निर्माणाधीन अवस्था में रहा।
पिछले सात वर्षों में यह कालेज उतार चढ़ाव के बाद आखिर ओपीडी के लिए तैयार हो पाया है। यहां पर प्राचार्य के अलावा १९ चिकित्सकों की नियुक्ति भी कर दी गयी है लेकिन ये चिकित्सक अभी जिला अस्पताल में सम्बद्ध होकर ओपीडी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक यहां पर ५० फेकेल्टी की आवश्यकता है इसमें इसमें ६० से अधिक फीसदी भर्ती हो चुकी है।
पिछली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मेडिकल कालेज का नामकरण शहीद उमानाथ सिंह के नाम कर दिया। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि लोकार्पण के लिए अभी तक कोई लिखित सूचना नहीं है। माना जा रहा है कि ९ जुलाई को पीएम दिल्ली से मेडिकल कालेजों का लोकार्पण करेंगे।
एक नजर में राजकीय मेडिकल कालेज की स्थिति
राजकीय मेडिकल कॉलेज का पूरा प्रोजेक्ट ५५४ करोड़ सिद्दीकपुर स्थित निर्माण एरिया ५८ एकड़ में फैला है । पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने २५ अक्टूबर २०१४ को किया था शिलान्यास,५०० बेड का हॉस्पिटल के लिए भुगतान हुआ है २५९ करोड़ कई बार निर्माण एजेन्सियां बदलीं, पैसा के अभाव में लम्बे समय तक ठप रहा कार्य,प्राचार्य के साथ ही १९ चिकित्सकों की हो चुकी है नियुक्ति , हॉस्टल सीनियर डॉक्टर आवास समेत आधा दर्जन भवन ७० फीसदी पूर्ण हुए मेडिकल कॉलेज का नाम तीन बार बदला गाय ।
जौनपुर शाहगंज रोड पर सिद्दीकपुर स्थित मेडिकल कालेज का शिलान्यास हुआ तो उसका नाम राजकीय मेडिकल कॉलेज पड़ा। दूसरी बार उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज पड़ा। फिर संशोधन हुआ और तीसरी बार उमानाथ सिंह स्वसाशी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय बदल कर रखा गया।रियाजुल हक
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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