To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
By,जावेद बिन अली
छत्तीसगढ़ (रायपुर) सबका साथ सबका विकास , रामराज की स्थापना , भ्रष्टाचार मुक्त सरकार पर नेता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र प्रेषित कर याद दिलाया है कि वर्ष २०२० के गुजरात दंगों में अल्पसंख्यक मुस्लिमों को जानमाल की भारी क्षति उठानी पड़ी थी तथा उस कत्लेआम के समय आप ही वहां के मुख्यमंत्री थे। उस समय दंगों के बाद लापता सैकड़ो अल्पसंख्यकों का आज तक कोई अता-पता गुमशुदाओं के रिश्तेदारों या गुजरात पुलिस को अप्राप्त है। स्पष्ट है कि लापता लोग दंगो के दौरान ही शहीद कर दिए गए थे।
३रिजवी ने देश के स्थापित कानून का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री जी से कहा है कि गुम इंसान की रिपोर्ट लिखे जाने के बाद यदि उस गुमशुदा व्यक्ति का सात साल तक कोई अता-पता नहीं चलता है तो कानूनन उसे मृत माना जाता है। गुजरात दंगों को घटित हुए १८ साल से ज्यादा समय हो चुका है। अब तक गुमशुदा लोगों के जीवित होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है, इसलिए उन्हें मृत घोषित कर मृतकों के परिवारजनों को २०-२० लाख रूपया मुआवजा राशि दिलवाने हेतु गुजरात सरकार को निर्देशित करना एक नैतिक दायित्व है। आशा ही नहीं वरन् पूर्ण विश्वास है कि आप इस विषय पर गंभीरता से विचारकर सकारात्मक निर्णय अवश्य लेंगे। इस गंभीर विषय पर किसी ने देश के किसी भी प्लेटफार्म पर किसी भी समय पर आवाज बुलंद नहीं की है। प्रधानमंत्री जी से यह भी मांग की जाती है कि दंगो एवं आतंकी हमलों में मृतकों को शहीद का दर्जा दिलाने की शासन द्वारा घोषणा भी की जाए।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers