हॉकी का जादूगर मेजर ध्यानचंद को क्यों नहीं मिला भारतरत्न ? पूर्व डी जी पी मोहम्मद वजीर अंसारी

By: Khabre Aaj Bhi
Aug 29, 2020
362

by : जावेद बिन अली 

लखनऊ : खेल प्रेमी पूर्व डीजीपी वजीर अंसारी ने दूरभाष पर राष्ट्रीय खेलदिवस के अवसर पर अपने विशेष भेंटवार्ता में कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश हैl और यहां के लोग अपने देश से कितना प्रेम करते हैंl जिसकी मिसाल नहीं मिलती हैl जो देश से गद्दारी क्या हैl आज के मौजूदा हालात में उसे देशभक्त कह कर उसे पुजवाने की कोशिश आरंभ हो चुकी है lजिसने देश के लिए तीन बार गोल्ड लाया हो और हाथी का बादशाह जर्मनी से ८-१ के मुकाबला से जीतने के बाद हिटलर जैसे शासक द्वारा मेजर ध्यानचंद को ऑफर मिलने के बावजूद भी भारत प्रेम ने उन तमाम सुविधाओं को लात मार कर भारत में रहना पसंद किया l

पूर्व डी.जी.पी.एम.डब्ल्यु अंसारी ने अपनी १० -१२ साल पुरानी मांग जो प्रत्येक खेलदिवस पर करते आ रहै है। पुनः इस बार भी हॉकी के जादुगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग की है। और यह भी कहा सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भारत की प्रिय प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी से लोगों को उम्मीद थी । इस वर्ष राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद को भारत सरकार द्वारा भारत रतन जरूर दी जाएगीl लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा अब तक इस संबंध में कोई घोषणा नहीं होने के कारण देश के खेल प्रेमियों को बहुत आघात पहुंच रहा हैl l उन्होंने खेल दिवस के अवसर पर भारत सरकार द्वारा खेल पर विशेष ध्यान देने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को तत्काल खेलों से राजनीति को खत्म करने का प्रयास करें। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशी में वृद्धि और ग्रामीण एंव आदिवासी क्षेत्रों के खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की बात की है । साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भोपाल जाे हॉकी का गहवारा रहा है उसकी और विशेष ध्यान देने कि आवश्यक्ता है।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?