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By मुजम्मिल खान
उत्तर प्रदेश: दिलदारनगर शनिवार की शाम गीत गजल के रसिको के नाम रही।मौका था नगर के समाजसेवी व प्रख्यात चिकित्सक डॉ श्यामा दत्त पाण्डेय की 95 वीं जयंती समारोह का।नगर के सेवा सदन में समाजसेवी व चिकित्सक डॉ सुधाकर पांडेय की अध्यक्षता में सजी इस गीत गजल की महफ़िल में बिहार और उत्तर प्रदेश के नामचीन गायकों ने अपनी सुरीली आवाज से ऐसा शमा बांधा कि सारी रात श्रोताओं की तालियों की बरसात होती रही।कार्यक्रम की शुरुआत स्व डॉ पांडेय के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ।गीत व गजल से सजी इस महफ़िल का आगाज नगर के जाने माने मंच संचालक अलिमजहर खान उर्फ गुड्डू ने बिहार प्रांत के डेहरी ऑन सोन की सुरसंग्राम प्रतिभागी गायिका नंदिनी द्विवेदी को आवाज देकर कराये तो गणेश वंदना"घर में पधारो गजानंद जी, मेरे घर में पधारो सुना श्रोताओं को भक्ति रस से सराबोर कर दी।वहीं नंदिनी ने सूफियाना अंदाज में"मेरे रस्के कमर तूने पहली नजर, जब नजर से मिलाई मजा आ गया"।सुना दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरी।इसी दौरान गीतों से सजी इस महफ़िल को अपनी रेशमी आवाज से बिहार प्रांत के ही सूरज दिवाकर मैं जब खूबसूरत गजल तू कहीं भी रहे सर पर इल्जाम तो है तेरे हाथों की लकीरों में मेरा नाम तो है सुनाकर झूमने पर विवश कर दिये।जब नगर की होनहार नन्ही सी गायिका रूपा ठाकुर की बारी आई तो दर्शकों ने तालियों से भरपूर स्वागत किया"इस नन्ही गायिका ने भी श्रोताओं के उम्मीद पर खरा उतर"एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा, अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी" ।सुना सबको अपनी गायकी का दीवाना बना दिया।नगर की ही होनहार फ़नकारा शिवांगी पांडेय के गाये शास्त्रीय गीत कोई मतवाला आया मोरे द्वारे, अँखियों से कर गया गजब इशारे"।सुना सबको झूमने पर मजबूर कर दी।संगीत समारोह को सफल बनाने में डॉ सुरेंद्र पांडेय, श्रवण पांडेय, शशांक पांडेय, नगर पंचायत अध्यक्ष अविनाश जैसवाल, काशीनाथ,डॉ शिवप्रताप सिंह, शकील अहमद, बी एन सिंह मनजआदि का भरपूर योगदान रहा।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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