To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
बच्चों में वैज्ञानिक सोच और सृजनात्मकता को बढ़ावा देते हैं। नवीन कुमार सिंह
दिलदारनगर/गाजीपुर : जनपद का अग्रणी विद्यालय सनबीम स्कूल दिलदारनगर में बृहस्पतिवार को विद्यालय के प्रांगण में विज्ञान मेला, गणित मेला, एल. टी. ए. मेला का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें अभिभावकों ने मेले में प्रोजेक्ट के संबंध में बच्चों से जानकारी प्राप्त की। अभिभावक प्रसन्नतापूर्वक बच्चों के द्वारा लगाए गए मेले में प्रोजेक्ट मॉडल को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए।
विज्ञान मेला में हर्षराज, दिक्षा राय, हिमांशु, पल्लवी, परीनिति, जागरीती, अलीजा, लवली, लक्ष्मी ईशु, नैंसी आदि बच्चों ने प्रद्यौगिकी के अनेक मॉडल प्रस्तुत किये। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रीप ईरीगेशन, पवन चक्की, वर्षा जल संग्रहण, अम्लीय वर्षा, ग्लोबल वार्मिंग, तथा जल शुद्धिकरण के बारे में बच्चों ने बताया कि किस प्रकार वर्षा के जल को संग्रहित कर के भूमिगत जल स्तर को ठीक किया जा सकता है। तथा बताया कि कैसे पवन चक्की से उर्जा उत्पादन किया जाता है। प्रदूषण मुक्ति के अनेक प्रोजेक्ट दिखाये इसके संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी की हम अपने आसपास के प्रदूषण से मुक्त पा सकते है। बच्चों ने बताया कि आज बढते हुए विज्ञान के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे उपयोगी साबित हो रहा है।
गणित मेला में मदिहा, अंतरा रांझी, ईशानी, आदित्य, जैद, प्रिंस, आर्यन, रोहित आदि बच्चों ने अनेक मॉडल प्रस्तुत किये जिसमें वर्ग-वर्गमूल, प्रायिकता, त्रिकोणमिति तथा पाइथागोरस प्रमेय के संदर्भ में बच्चों ने बताया कि यह बच्चों को समझने में बहुत कठिनाई होती है जिससे बच्चों की रूचि गणित के प्रति कम होते जा रही है इसलिए बताया कि गणित को इस मॉडल के माध्यम से कैसे इसे सरल तरीके से हल किया जा सकता है।
एल. टी. ए. मेला में आरुषी, अलशिफा, अभिलाशा, गायत्री, अंजली, प्रेम साव, अखिलेश, तल्हा, फरहान आदि बच्चों ने मॉडल प्रस्तुत किया। बच्चों के द्वारा बनाये गये क्रिकेट और फुटबाल का स्टेडियम आर्कषण का केंद्र रहा। बच्चों ने मेले में कैरमबोर्ड, चेस, बैडमिंटन, और बाक्सिंग, फुटबाल, क्रिकेट, डिस्क थ्रो आदि की बारीकी से जानकारी दी तथा यह बताया कि खेल हमारे जीवन तथा स्वाथ्य के लिए कितना आवश्यक है तथा खेल से भी भविष्य निर्धारित किया जा सकता है।
कार्यक्रम समापन के दौरान विद्यालय के चेयरमैन श्री के. पी. सिंह जी ने कहा कि विज्ञान मेला छात्रों में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने का काम करता है। स्कूलों में ऐसे मेलों का आयोजन होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विज्ञान की शिक्षा का प्रचार-प्रसार जरूरी है। अगर यह मनोरंजक हो जाए, तो विज्ञान शिक्षा की दशा और दिशा बदल जाएगी। विज्ञान मेले में स्कूली छात्रों के द्वारा जल संरक्षण एवं शुद्धिकरण, ऊर्जा संरक्षण, संक्रामक रोगों से बचाव, वायु एवं जल प्रदूषण, नवाचार पर आधारित प्रदर्शन एवं मानव उत्सर्जन आदि विषयों पर मॉडल बनाया गए।
विद्यायल के निदेशक श्री नवीन कुमार सिंह जी ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में वैज्ञानिक सोच और सृजनात्मकता को बढ़ावा देते हैं। बच्चों की वैज्ञानिक सोच और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बेहद महत्वपूर्ण है। इससे देश के बच्चे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि तकनीक हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है और यह शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और उद्योग आदि क्षेत्रों में क्रांति ला रही है। एआई का उपयोग हमारे कामकाजी जीवन को सरल और अधिक प्रभावी बना सकता है। यह डेटा का विश्लेषण करने, निर्णय लेने और व्यक्तिगत अनुभवों को बढ़ाने में मदद करता है।
इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन श्री के. पी. सिंह, डिप्टी डायरेक्टर श्रीमती शोभा सिंह, डायरेक्टर श्री नवीन सिंह, श्री प्रवीन सिंह, श्रीमती स्मिता सिंह, प्रधानाचार्य दीपक कुमार साव एवं समस्त कोआर्डीनेटर, विद्यालय के अध्यापकगण, कर्मचारीगण के साथ-साथ विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers