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आधुनिक शिक्षा के पुनर्जागरण में लाइब्रेरी की महत्वपूर्ण भूमिका : मतलूब खान
दिलदारनगर /गाजीपुर : सेवराई तहसील क्षेत्र के दिलदारनगर स्थित वायरलेस मोड़ मॉडर्न लाइब्रेरी का क्यूईसी स्कूल उसिया के मैनेजर और शिक्षक परवेज़ ख़ान ने उद्घाटन किया ।
दिलदार नगर में वायरलेस मोड़ पर स्थित मॉडर्न लाइब्रेरी का उद्घाटन क्यूईसी स्कूल उसिया के मैनेजर और शिक्षक परवेज खान ने किया. उद्घाटन सह शैक्षिक विचार विस्तार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि क्यूईसी स्कूल उसिया के मैनेजर और शिक्षक परवेज़ ख़ान ने कहा कि व्यक्ति के ज्ञान का विस्तार करने के लिए किताबें बहुत उपयोगी होती हैं. औसत वर्ग का व्यक्ति अपनी रुचि के अनुसार महंगी पुस्तकें नहीं ख़रीद सकता और न ही उसकी देख-रेख कर सकता है. इसलिए वह शिक्षा से वंचित रह जाता है. परंतु पुस्तकालय (लाइब्रेरी) के माध्यम से वह सभी प्रकार की पुस्तकें पढ़ सकता है और अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकता है. पुस्तकालय एक बहुत ही उपयोगी मंच है, जो सीखने के इच्छुक लोगों को एक साथ लाता है. यह हमें सीखने और अपने ज्ञान का विस्तार करने में मदद करता है. पुस्तकालय से हम अपनी पढ़ने की आदतें विकसित करते हैं और ज्ञान के प्रति अपनी प्यास और जिज्ञासा को संतुष्ट करते हैं. इससे व्यक्ति के व्यक्तिगत विकास और विकास में मदद मिलती है. लाइब्रेरी विद्यार्थियों के लिए जानकारी के प्रामाणिक और विश्वसनीय स्रोत प्रदान करती है. मतलब लाइब्रेरी बिना किसी व्यवधान के अकेले या समूहों में अध्ययन करने के लिए एक बेहतरीन जगह होती है.
मुख्य अतिथि परवेज़ ख़ान ने अपने संबोधन के फलक को विस्तृत बनाते हुए कहा कि पुस्तकालय हमारी एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करती है. चूंकि यह एक ऐसी जगह है, जहां पिन ड्रॉप साइलेंस की आवश्यकता होती है, एक व्यक्ति मौन रहकर अध्ययन कर सकता है. लाइब्रेरी हमें अपनी पढ़ाई पर अधिक कुशलता से ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाती है. पुस्तकालय हमारी सोच को भी व्यापक बनाते हैं और हमें आधुनिक सोच के प्रति अधिक खुला बनाते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुस्तकालय बहुत किफ़ायती होते हैं. पुस्तकालय ज्ञान प्राप्त करने का एक बेहतरीन स्थान है. वे सीखने और ज्ञान की प्रगति को बढ़ावा देने का एक बड़ा स्रोत हैं. कोई भी व्यक्ति पुस्तकालयों में पढ़ने और शोध करके अपने खाली समय का आनंद ले सकता है. जैसे-जैसे दुनिया डिजिटल हो गई है, अब लाइब्रेरी में ब्राउज़ करना और जो आप ढूंढ रहे हैं उसे प्राप्त करना आसान हो गया है. इसीलिए किसी पुस्तकालय से मिलने वाली प्रामाणिकता और विश्वसनीयता की जगह कोई भी चीज़ नहीं ले सकतीं, क्योंकि किताबें आदर्श, मार्गदर्शक और सर्वकालिक शिक्षक होती हैं.
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित क्यूईसी स्कूल उसिया के प्रिंसिपल आरीफ खान ने अपने ओज वक्तव्य में कहा कि सृष्टि के समस्त चराचरों में मनुष्य को ही अशरफ़-उल-मख़्लूक़ात (सर्वोत्कृष्ट) कहलाने का गौरव प्राप्त है. मनुष्य ही चिंतन-मनन कर सकता है. अच्छे-बुरे का निर्णय कर सकता है तथा अपने छोटे से जीवन में बहुत कुछ सीखना चाहता है. उसी जिज्ञासावृत पुस्तकें उसकी जिज्ञासा को शांत करती हैं अर्थात ज्ञान का भंडार पुस्तकों में समाहित है. ऐसा स्थान जहां अनेक पुस्तकों को संगृहीत करके उनका एक विशाल भंडार बनाया जाता है. पुस्तकालय कहलाता है. पुस्तकालय ज्ञान के वे गढ़ हैं जो मानव इच्छा को शांत करते हैं, उसे विभिन्न विषयों पर नई जानकारियां उपलब्ध करते हैं, ज्ञान के संचित कोश से उसे निश्चित करते हैं. अतीत के झरोखों की झलक दिखाते हैं तथा उसके बौद्धिक स्तर को उन्नत करते हैं.
आरिफ़ ख़ां ने आगे कहा कि पुस्तकालय में बैठ कर कोई भी व्यक्ति एक ही विषय पर अनेक व्यक्तियों के विचारों से परिचित हो सकता है. अन्य विषयों के साथ अपने विषय का तुलनात्मक अध्ययन भी कर सकता है. अनगिनत पुस्तकों वाले अधिकांश पुस्तकालय पूरी तरह व्यवस्थित होते हैं. विद्यार्थी कुछ देर में ही अपनी ज़रूरतों की पुस्तकों को पा सकता है. पुस्तकालयों में संकलित पुस्तकों के माध्यम से व्यक्ति भाव-विचार, भाषा, ज्ञान-विज्ञान आदि सभी विषयों के क्रमिक विकास का इतिहास जान कर उनका किसी भी विशिष्ट दृष्टि से अध्ययन कर सकता है.
वक्ता के रूप में मौजूद नोबेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल दिलदार नगर के शिक्षक इंजीनियर जमील अहमद ख़ां ने अपने उद्गार में लाइब्रेरी की अवधारणा को समाज के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय अलमारियों के वे खाने हैं, जहां सद्गुणयुक्त कामयाबियों की स्मृतियां, बिना किसी भ्रमपूर्ण मिश्रण और पूर्ण महत्ता के साथ सुरक्षित एवं अनुरक्षित रखी जाती हैं.
नवउद्घाटित मॉडर्न लाइब्रेरी के प्रबंधन सदस्य इंजीनियर अहसन रज़ा अलीग़ ने अपने शब्द निक्षेपण में कहा कि डिजिटल युग में भी किताबों का कोई विकल्प नहीं है. वे ज्ञान का स्रोत हैं और हमारी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं. पुस्तकालय वह संरचना या कमरा है, जिसमें पढ़ने के लिए बहुत सी पुस्तकें रखी जाती हैं. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय शैक्षणिक क्षेत्र में छात्रों को जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पुस्तकालयों की अलमारियों पर रखी पुस्तकें बुद्धि और ज्ञान का स्रोत हैं. स्मार्टफोन, टैबलेट और कंप्यूटर की क्षमताओं वाली डिजिटल दुनिया को किताबों की अलमारियों में संग्रहीत नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये किताबें पाठकों और छात्रों के दिलों में एक विशेष स्थान रखती हैं. लाइब्रेरी आवश्यक प्रकाशनों का घर है, जो छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं. लाइब्रेरी विभिन्न मानकों के सभी छात्रों को परीक्षा और परीक्षा की तैयारी के दौरान सहायता करती है.
लाइब्रेरी उद्घाटन सह शैक्षिक विचार विस्तार समारोह की अध्यक्षता करते हुए क्यूईसी स्कूल उसिया के एडमिन, वरिष्ठ और सम्मानित शिक्षक मतलूब ख़ां ने कहा कि पुस्तकालय वह स्थान है, जहां विविध प्रकार के ज्ञान, सूचनाओं, स्रोतों, सेवाओं आदि का संग्रह रहता है. पुस्तकालय शब्द अंग्रेज़ी के लाइब्रेरी शब्द का हिंदी रूपांतर है. लाइब्रेरी शब्द की उत्पत्ति लेेटिन शब्द 'लाइवर' से हुई है, जिसका अर्थ है पुस्तक. पुस्तकालय का इतिहास लेखन प्रणाली पुस्तकों और दस्तावेज के स्वरूप को संरक्षित रखने की पद्धतियों और प्रणालियों से भी जुड़ा है. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय, यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है: पुस्तक + आलय. अत: पुस्तकालय उस स्थान को कहते हैं, जहां पर अध्ययन सामग्री (पुस्तकें, फिल्म, पत्र-पत्रिकाएं, मानचित्र, हस्तलिखित ग्रंथ, ग्रामोफोन रेकार्ड एव अन्य पठनीय सामग्री) संगृहीत रहती हैं. आधुनिक शिक्षा के इस महत्वपूर्ण दौर में आपकी सफलता में लाइब्रेरी की अहम भूमिका उल्लेखनीय है.
अतिथियों और आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मॉडर्न लाइब्रेरी के प्रबंधक जावेद ख़ां ने कहा कि इस मॉडर्न लाइब्रेरी की शुरुआत इसलिए की गई है कि अपने इलाक़े के अधिकतर छात्रों को एक छत के नीचे ज्ञान के विभिन्न स्त्रोतों को मुहैया कराया जा सके.।मॉडर्न लाइब्रेरी के उद्घाटन समारोह में मॉडर्न लाइब्रेरी के संरक्षक और रिटायर्ड डिप्टी एसपी रफ़ी अहमद ख़ां, ललन ख़ां, शमीम ख़ां, जुल्करनैन ख़ां, नसीम ख़ां, अनीस ख़ां, गुफ़रान ख़ां, रूबैल ख़ां, एमएम राय, प्रियंका चौबे, शाहनवाज़ अहमद, औरंगज़ेब ख़ां, इफ़्तिख़ार ख़ां, परवेज़ ख़ां, हैदर ख़ां, फ़राज़ ख़ां आदि उपस्थित रहे।लाइब्रेरी का उद्घाटन सह शैक्षिक विचार विस्तार समारोह का संचालन लेखक और विचारक तौसीफ़ गोया ने किया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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