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By - सुरेन्द्र सरोज
नवी मुंबई : वैसे तो भारतवर्ष में हर तीसरा व्यक्ति अपने - अपने शेत्र में समाजसेवा से जुड़ा हुआ है। परन्तु नाममात्र लोग ऐसे होते हैं जो जरूरतमंदों की भलाई के लिए कुछ ऐसा तरीका अपनाते हैं जिससे उन्हें ज्यादा से ज्यादा फायदा हो सके। पुर्नविकास कि लड़ाई लड़ रहे लोगों के मदद के लिए। वॉर्ड क्र 64 के सामाजिक कार्यकर्ता राजेश शेट्टी और इस्थनिक बीजेपी नेता और नवी मुंबई मनपा के क. प्रभाग समिति सदस्य सुदत्त दिवे ने बिजली और पानी जो हर इंसान मौलिक अधिकार है। परेशान सेक्टर 9 वाशी के गुलमोहर निवासियों को पीने के पानी के समर्थन के लिए अपने सभी टीम के साथ पहुंचकर घर घर जाकर पानी के 80 पैकेट बाट कर समाजसेवा का उदाहरण पेश किया है। हालाकि राजेश शेट्टी ने लोकड़वान के समय भी अनेक समाज कार्य किए हैं। जिसमे अलीबाग के क्षेत्र के 12 आदिवासी गांवों में 100 आदिवासी लोगों को वाशी के (पीकेसी अस्पताल) में मुफ्त में टीकाकरण अभियान चलाया था। अपने स्वयम खर्च से नवी मुंबई के पूरे 5000 गरीब परिवारों को फ्री टीकाकरण देने नेक काम किया है। इसके लिए उन्हें वैक्सीन मैन के नाम से जाना जाता हैं। कोपर खेरने के रेसीडेंसी वेल्फेयर एसोसियन कि और से राजेश शेट्टी को उनके काम के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। आगे राजेश शेट्टी ने कहा कि गुलमोहर घटना कि जानकारी मिलते ही गणेश नाईक साहेब रात १० बजे आकर लोगों कि समस्या सुनकर तुरंत बिजली आपूर्ति करवाई अधिकारियों से चर्चा कर सभी सुविधा मुहैया कराने भरोसा दिया। नाईक ने कहा कि पुर्णविकास ने नाम पर अन्याय नहीं होने देंगे। आगे शेट्टी ने बताया कि। गुलमोहर पुनर्विकास पराजय ने बहस शुरू कर दी है कि क्या एनएमएमसी ने न केवल अदालत में एक मामले का उल्लंघन किया है, बल्कि निवासियों को नोटिस नहीं देकर अपना "अमानवीय" पक्ष भी दिखाया है। * क्या घर खाली करने वालों की तुलना में कम संख्या में मालिक हैं; अदालत द्वारा सुनवाई के लिए अपने संवैधानिक अधिकार खो देते है। जबकि उत्तर प्रतीक्षित हैं *गुलमोहर वासियों को पीने का पानी देने के लिए समाजसेवी राजेश शेट्टी* आगे आए हैं। और उन्होंने कहा, "जो भी हो, नागरिकों को राष्ट्र में पानी का अधिकार है और यहीं पर मैंने सोचा कि मुझे मदद करनी चाहिए। और आगे भी करता रहूंगा।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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