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By - सुरेन्द्र सरोज
नवी मुंबई : ग्रामीणों की सहज भागीदारी से पंबीच मार्ग पर सारसोले खाड़ी के अंतर्गत क्षेत्र में बामणदेव की ओर जाने वाली सड़क की सफाई का अभियान उत्साह के साथ चलाया गया । नवी मुंबई के ग्रामीणों के बीच बामनदेव को सारसोले खाड़ी में पूजा और जागरूकता का स्थान माना जाता है। यह देवता नवी मुंबई में नवसा प्राप्त करने वाले बामनदेव के नाम से प्रसिद्ध हैं। ग्रामीणों का मानना है कि जब वे खाड़ी में मछली पकड़ने जाते हैं तो बामनदेव उनकी रक्षा करते हैं। बामनदेव का रास्ता अभी भी उबड़-खाबड़ और कच्चा है। बरसात के मौसम में जंगली घास गर्दन तक और कमर तक उग आती है। चूंकि बामनदेव को भगवान शिव का अवतार माना जाता है, इसलिए गांव के युवाओं द्वारा स्थापित कोलवाणी माता मित्र मंडल के माध्यम से सरसोले के ग्रामीण पिछले कई वर्षों से महाशिवरात्रि के दिन भंडारे का आयोजन कर रहे हैं। इस भंडारे में नवी मुंबई, मुंबई, ठाणे, पनवेल-उरण क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। बारिश के बाद जैसे ही यह सड़क जंगली घास बन जाती है, भंडारा से कुछ दिन पहले सरसोला के ग्रामीण कोलवाणी माता मित्र मंडल के माध्यम से सड़क की सफाई करते हैं । हर साल ग्रामीणों, पुलिस, नगर निगम और वन विभाग द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जाता है। नवी मुंबई नगर निगम की पूर्व महिला एवं बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती. सुजाताताई सूरज पाटिल, पूर्व पार्षद श्रीमती. जयश्री एकनाथ ठाकुर, जनसेवक और नेरुल भाजपा नेता गणेशदादा भगत, पर्यावरणविद् विनायक गिरी, सामाजिक कार्यकर्ता गुरु म्हात्रे, एनसीपी के नेरुल तालुका अध्यक्ष महादेव पवार, शिववाहटुक साने के नवी मुंबई जिला अध्यक्ष और शिवसेना शाखा प्रमुख दिलीप आमले के साथ कोलवानी माता के पदाधिकारी और सदस्य मित्र मंडल एवं सरसोल के ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक अभियान में भाग लिया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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