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मऊ। मऊ जनपद के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की, जहाँ इमरजेंसी वार्ड के चिकित्सक के नदारत रहने से एक मरीज की जान चली गयी। सूचना देने के बाद भी चिकित्सक इमरजेंसी वार्ड में नही पहुँचे। आपको बताते चले कि नगरा थाना क्षेत्र के मलफ हसेनपुर निवासी देवेंद्र राजभर 30 वर्ष पुत्र शंकर राजभर शुक्रवार को सिकन्दरपुर में बाइक दुर्घटना में घायल हो गया था। आस-पास मौजूद लोगों ने घायल को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहाँ चिकित्सको ने उसका प्राथमिक इलाज कर मऊ जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। लेकिन परिजन जिला अस्पताल न लाकर मऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया था। शनिवार को घायल देवेंद्र की हालत बिगड़ता देख चिकित्सको ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजन तुरन्त अपने मरीज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। वहाँ पहुँचे तो देखा कि इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर ही नदारत मिले। जिससे उसका इलाज न हो सका और ना ही दीपक कागज तैयार हुआ। इलाज न होने से उस मरीज की जान तो चली गयी। मरीज की मौत के बाद परिजन अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगें। सूचना मिलते ही मौके पर पहुचे सीएमएस ने इमरजेंसी वार्ड में तैनात चिकित्सक डा. एस राम पर कार्रवाई के लिए शासन को भेजने का आश्वासन देते हुए तुरंत डॉक्टर शैलेश कुमार कुशवाहा को इमरजेंसी वार्ड नियुक्त किया गया
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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