मदरसों में आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा भी जरूरी- डॉ इफ़्तिख़ार अहमद जावेद

By: Khabre Aaj Bhi
Oct 18, 2021
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by; शाकिर अंसारी

चंदौली : सेंट अल हनीफ ग्रुप सेमरा चंदौली के तत्वाधान में वाराणसी के मलिक गार्डन में सर सैयद डे पर बड़े धूमधाम से कार्यक्रम आयोजन आयोजित हुआ। जिसमे मुख्यातिथि के रूप में उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डॉ इफ़्तिख़ार अहमद जावेद मौजूद रहे, उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में सर सैयद अहमद खान के बताए रास्ते पर चलें तो समाज के साथ-साथ देश का भी भला हो जाएगा उक्त बातें चेयरमैन उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड डॉ इफ़्तिख़ार अहमद जावेद, ने कहा उसी क्रम में सर सैयद डे के अवसर पर कहा,सर सैयद डे पर सेंट अल हनीफ ग्रुप सेमरा चंदौली के तत्वाधान में वाराणसी के मलिक गार्डन में कार्यक्रम आयोजित हुआ वो सराहनीय रहा । कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा सर सैयद अहमद खान के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया बच्चों ने उनके द्वारा कही गई कुछ कोटेशंस को भी बताया तथा सभी गणमान्य अतिथियों ने अपने अपने वक्तव्य में उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए अपनी बातों को कहा।

विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ ने अपने वक्तव्य में कहा कि इल्म मर्द और औरतों में कोई फर्क नहीं करता । लड़कियों को तालीम देना समाज को तालीम देने के बराबर है ।मुसलमान लड़कियां हायर एजुकेशन में कम जाती हैं। अपने बच्चों को संस्कार और तहजीब भी दे। समाज में कमेटी बनाकर लोगों को आगे बढ़ाएं और शिक्षा को भी आगे बढ़ाएं।

मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि सर सैयद अहमद खान वाराणसी में आकर कई अखबारों की सदारत की तथा होम्योपैथिक के महत्व को समझते हुए वाराणसी में एक शिफाखाना भी खुलवाया।

मौलाना अंसार उल हक ने कहा अपने वक्तव्य में कहा कि इल्म वह नूर है जिसकी कदमों में शोहरत, दौलत  है हजरत आदम के सामने तीन चीजें रखी गई जिसमें उन्होंने इल्म को चुना जहां जहां जाएगा वहां शोहरत भी जाएगी हासिल करें भले ही चीन में भी जाना पड़े इल्म हासिल करे।

प्रोफेसर आफताब अहमद अफ़ाकी ने अपने वक्तव्य में कहा कि इल्म एक रोशनी है और उस रोशनी की तरफ अब आपकी पीठ हो जाए तो अंधेरा आपसे आगे हो जाएगा और अगर रोशनी की तरफ अगर आपका चेहरा हो जाए तो अंधेरा पीछे हो जाएगा मदरसा से आईएएस पीसीएस डॉक्टर इंजीनियर भी बने हैं इंसान मस्जिद के चारदीवारी और मस्जिद बाहर बदल जाते हैं खाने पीने के लिए हम ज्यादा खर्च करते हैं लेकिन पढ़ाई के लिए कम हमें कोशिश करना चाहिए कि हम अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा उनकी शिक्षा पर जोर दें और उन्हें बढ़ाएं और सिखाएं।

सेंट अल हनीफ ग्रुप के चेयरमैन हाजी वसीम अहमद ने सभी अतथियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद ज्ञापन देकर कहा कि ऐसे कार्यक्रम के द्वारा लोगों को जागरूक किया जा सकता है। 

विशिष्ट अतिथि उर्दू विभागाध्यक्ष बीएचयू प्रोफेसर आफताब अहमद अफाकी, प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ काशी विद्यापीठ वाराणसी, मुफ्ती शहर वाराणसी मौलाना मोहम्मद बातिन नोमानी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी वसीम अहमद ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ सेराज अहमद ने किया।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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