नजदीकी निर्दल प्रतिद्वंदी नीलम सिंह को १५ वोटो से हरा कर ४३ वोट से जीत किया हासिल
जौनपुर: जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आज शनिवार को सम्पन्न हुआ, चुनाव के दौरान जनपद के कुल ८३ जिला पंचायत सदस्यों ने अपने मतों का प्रयोग किया, इस दौरान सुबह ११ बजे से चल रहे मतदान के पश्चात तीन बजे से शुरू हुई मतगणना में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी एवं निर्दल प्रत्याशी श्रीकला धनंजय सिंह ४३ मत पाकर हुई विजयी।
इस अहम चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन द्वारा शुक्रवार की देर शाम तक तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया था, जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा से निशी यादव, अपना दल-भाजपा गठबंधन से रीता पटेल, निर्दलीय श्रीकला धनंजय व नीलम सिंह मैदान में थी। पहला वोट जिला पंचायत सदस्य डाक्टर अमर बहादुर सिंह ने डाला।
इन दावेदारों के भाग्य का फैसला ८३ जिला पंचायत सदस्यों ने किया। मतदान को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर और आस- पास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी।
अपना दल ने लिया यूटर्न, ऐन वक्त पर निर्दल प्रत्याशी श्रीकला रेड्डी का किया समर्थन, जिससें श्रीकला रेड्डी जिले की प्रथम नागरिक बनी। भाजपा समर्थित अपना दल के राष्ट्रीय सचिव पप्पू माली ने मतदान समाप्त होते ही प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओ और जनप्रतिनिधियों ने गठबंधन धर्म का निर्वहन न करते हुए बीजेपी के बागी प्रत्याशी नीलम सिंह का साथ दिया, जिसके कारण अपनादल के सभी छह सदस्यों ने निर्दल प्रत्याशी श्रीकला धनन्जय सिंह का समर्थन किया है।
जानिये किसको मिला कितना मत
सुबह ११ बजे से पड़ रहे मतदान के बाद जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष पद की उम्मीदवार श्रीकला धनंजय सिंह विजयी घोषित हुई। उनको कुल ८३ मतो में से ४३ मत प्राप्त हुआ। उन्होंने अपने नजदीकी उम्मीदवार निर्दल प्रत्याशी नीलम सिंह को १५ वोटो से हराया। १२ मत पाकर समाजवादी पार्टी की निशी यादव तीसरे स्थान पर रही। अपना दल प्रत्याशी रीता पटेल ने श्रीकला रेड्डी का समर्थन किया जिसके कारण उनको कोई वोट नहीं मिला।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कोर्ट में मतदान ११ बजे शुरू हो गया था। इस दौरान दोपहर १.१० बजे तक ८३ वोटरों में से ७० वोट पड़ चुके थे। मतदान को लेकर कलेक्ट्रेट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में वोटर जिला पंचायत जिला पंचायत सदस्य मतदान कक्ष में प्रवेश कर रहे थे।
इसके साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई गई । सुरक्षा के मद्देनजर परिसर में भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई थी। कलेक्ट्रेट परिसर में जिला पंचायत सदस्यों व ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों व जवानों के अलावा अन्य किसी का प्रवेश वर्जित रहा।