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मुंबई : अखिल भारतीय अग्निशिखा मंच का 50 वां ऑनलाइन कवि सम्मेलन बड़े ही हर्षोउल्लास से आज सम्पन्न हुआ! इस काव्य गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन संस्था की अध्यक्षा डॉ अलका पांडेय द्वारा किया गया। मंच का संचालन बहुत ही उत्तम रहा जो कि दो सत्रो में किया गया! पहले सत्र में संचालनकर्ता की भूमिका अदा की अग्निशिखा की नींवधार अलका पांडेय जी,शायर कवि लेखक चंदेल साहिब (विक्की चंदेल), औऱ मधुर आवाज की धनी प्रतिभा पराशर जी, इस सफल कार्यक्रम का सारा का सारा क्रेडिट उन सभी 95 प्रतिभागियों को जाता है जिन्होंने एक से बढ़कर एक रचनाएं विषय “अग्निशिखा परिवार” “पर प्रेषित करी औऱ अग्निशिखा परिवार की गरिमा को चार चांद लगा दिए! औऱ बाकी का क्रेडिट जाता है
हमारे आदरणीय अतितिथियों श्री विनय शर्मा जी औऱ श्रीमती आशा जाकड़ जी और सुनील दत्त शर्मा जी को, दूसरे शत्र को संभाला अलका जी चन्देल साहिब, जनार्दन शर्मा, सुरेंद्र कुमार शर्मा, शोभा रानी तिवारी जी ने, सह संयोजक की भूमिका कवि आनन्द जैन अकेला जी ने निभाई! निर्णायक का कार्यभार डॉ अरविंद जी ने बाखूबी निभाया, आभार संजय मालवी जी ने किया औऱ सरस्वती वंदना की चंदेल साहिब हिमाचल से व डॉ रामस्वरूप साहू जी ने"अलका पांडेय जी लिखती हैं:-कि चार महीने रोज़ मिलना बातें करना!
एक विशेष लगाव आपस में हो गया है!!
चंदेल साहिब लिखते हैं:-
सुना है जन्नत सा ख़ूबसूरत
औऱ कुछ भी नहीं होता साहिब
अग़र ये बात सच है चंदेल
तो अग्निशिखा को जन्नत लिखता हूँ
चमके है धूमकेतु सा यह, अग्नि शिखा परिवार।
निर्भीक पटल से जुड़े, दुनिया के कलमकार।।
कवि आनंद जैन "अकेला" कटनी मध्यप्रदेश।
अग्नि शिखा है एेसा परिवार
बिखरी हुई प्रतिभाओ को देती सम्मान!
बराबर सब को मिलता यहाँ प्यार सिख,इसाई,हिंदू हो चाहे मुसलमान!!
डॉ. महताब अहमद आजाद
मैं, जिस परिवार का हिस्सा हूं,
अभी थोड़ा बच्चा हूं,दिखने में
मैं बड़ा हूं सही,पर दिल का
बहुत कच्चा हूं।
"शेखर रामकृष्ण तिवारी"
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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