To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
नवी मुंबई : नमुमपा आयुक्त राजेश नार्वेकर ने नवी मुंबई शहर के सामने पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए योजनाबद्ध कदम उठाने शुरू कर दिए हैं और इसके लिए लगातार समीक्षा बैठकें आयोजित करके प्रभागवार पार्किंग भूखंड विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इसके मुताबिक, सीबीडी बेलापुर के सेक्टर 15 में प्लॉट नं. 39 या 4705 वर्ग मीटर. क्षेत्र के भूखंड पर 4 मंजिला पार्किंग स्थल विकसित किया गया है और आने वाले समय में इस पार्किंग स्थल को सार्वजनिक उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा और इस क्षेत्र में पार्किंग स्थल की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी। इसमें 396 चार पहिया और 121 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी।इसी तरह, सेक्टर 15 सीबीडी बेलापुर में प्लॉट नंबर- 72 6900 वर्ग मीटर है। 11300 वर्ग. मैं। क्षेत्र के भूखंड पर पार्किंग स्थल विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। उक्त भूखंडों पर सार्वजनिक निजी भागीदारी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के आधार पर पार्किंग स्थल विकसित करने के विकल्पों का आकलन किया जा रहा है और उस संबंध में पार्किंग विकसित करने के लाभों के संबंध में इंजीनियरिंग विभाग के माध्यम से आयुक्त को एक सूचनात्मक प्रस्तुति दी गई थी लॉट, आवश्यक परमिट और तदनुसार की जाने वाली कार्रवाई।
इस पार्किंग स्थल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर विकसित करने की संभाव्यता की जांच कर रिपोर्ट तैयार करने का कार्य। फीडबैक इंफ्रा प्रा. लिमि. यह इस संगठन के माध्यम से किया जा रहा है और इन स्थानों के व्यावसायिक उपयोग के साथ-साथ पार्किंग स्थल के उपयोग के संबंध में निरीक्षण किया जा रहा है।इस प्रस्तुतीकरण में पार्किंग स्थल के विकास से पूर्व वास्तविक यातायात प्रवाह, पार्किंग स्थल की डिजाइन एवं उपलब्धता तथा मौजूदा स्थिति में क्षेत्र में वाहनों को पार्क करने की विधि को प्रस्तुत किया गया।
वर्तमान में यह क्षेत्र कार्यालयों और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों से भरा हुआ है और यह देखा गया है कि सड़कों के दोनों किनारों का उपयोग वाहन पार्किंग के लिए किया जा रहा है। इससे सड़क की चौड़ाई कम हो गई है और कई स्थानों पर यातायात मुश्किल हो रहा है। ये दोनों पार्किंग स्थल उपचारात्मक उपायों की दृष्टि से उपयोगी साबित होने वाले हैं। आयुक्त ने पार्किंग स्थल की योजना बनाते समय मौजूदा वाहनों के आवागमन पर विचार करने के साथ ही आने वाले समय में इस क्षेत्र के विकास और इसके कारण वाहनों की संभावित वृद्धि पर भी विचार करने के निर्देश दिये।
यदि पार्किंग स्थल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर विकसित किया जाए तो इसमें नगर निगम को अपना फंड नहीं लगाना पड़ेगा और नगर निगम को राजस्व भी प्राप्त होगा।इन पार्किंग स्थलों की दरें नागरिकों के लिए सस्ती हों, इसे ध्यान में रखते हुए आयुक्त ने नवी मुंबई नगर निगम के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर पार्किंग स्थलों के लिए निर्धारित दरों का तुलनात्मक अध्ययन करने के निर्देश दिए।आयुक्त ने निर्देश दिये कि इसी प्रकार शहर के अन्य हिस्सों में भी पार्किंग स्थल विकसित करने की योजना बनायी जाये तथा सर्वे कर रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाये.इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त विजय कुमार म्हसल, सिटी इंजीनियर संजय देसाई, मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी सत्यवान उबले, मुख्य लेखा परीक्षक जीतेंद्र इंगले, संपत्ति विभाग के उपायुक्त डॉ. राहुल गेठे, सहायक निदेशक शहरी नियोजन सोमनाथ केकन, कार्यकारी अभियंता अरविंद शिंदे और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers