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क्या महाराष्ट्र बीजेपी ने उत्तर भारतीयों पर राज ठाकरे के रुख को स्वीकार किया है ?
मुंबई : राज्य में भाजपा ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर को हटाने के मुद्दे पर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का पक्ष लिया है और भाजपा की उत्तर प्रदेश सरकार उनके अयोध्या दौरे के लिए रेड कार्पेट पर स्वागत करने की तैयारी में व्यस्त है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने एक स्टैंड लिया है कि राज ठाकरे को अयोध्या में तब तक इंट्री नहीं मिलेगी, जब तक कि वे उत्तर भारतीयों से सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने मांग की है कि महाराष्ट्र में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को अपनी पार्टी के सांसद की भूमिका पर अपना पक्ष साफ़ करना चाहिए।
शुक्रवार को मुंबई के गांधी भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, अतुल लोंढे ने कहा कि राज ठाकरे ने उत्तर भारतीयों को निशाना बनाने की राजनीति की है । मनसे अध्यक्ष के आदेश पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रेलवे परीक्षा के लिए आए उत्तर भारतीय उम्मीदवारों से अलावा फेरीवाले, पानीपुरी, फल और सब्जी बेचने वाले गरीब उत्तर भारतीयों को भी पीटा है। आज जैसे ही राज ठाकरे ने हिंदुत्व के झंडे के साथ हनुमान चालीसा, मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने और महाआरती के मुद्दों को उठाया है. महाराष्ट्र भाजपा मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के समर्थन में उतर आई है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या महाराष्ट्र भाजपा उत्तर भारतीयों के संबंध में राज ठाकरे की भूमिका को भी स्वीकार करती है? इसका जवाब महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं को देना चाहिए. वहीँ अब भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उत्तर भारतीयों के अपमान के लिए राज ठाकरे से माफी की मांग की है। इस पर राज्य में भाजपा नेताओं की क्या भूमिका है? यह देवेन्द्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल को साफ़ करना चाहिए ताकि यह पता चल सके कि भाजपा का असली चरित्र क्या है?
अतुल लोंढे ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है. इस शहर में हर किसी को जीविकोपार्जन का संवैधानिक अधिकार है, जिसकी रक्षा केवल कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस सरकार करती रही है। सिर्फ वोट के लिए राम और हनुमान के नाम पर राजनीति कर रही बीजेपी ने एक समुदाय को दूसरे के सामने खड़ा कर सिर्फ लोगों को बांटने का काम किया है. बीजेपी ने निर्दलीय विधायक रवि राणा, सांसद नवनीत राणा और राज ठाकरे को मैदान में उतारकर राज्य में अस्थिरता पैदा करने का काम किया है. लोंढे ने कहा कि वोट की राजनीति करने वाली भाजपा को राज ठाकरे की नई भूमिका और अपनी ही पार्टी के सांसद के विरोध पर अपना पक्ष स्पष्ट करना ही होगा.
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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