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दिलदारनगर : उत्तर प्रदेश जनपद गाजीपुर के गोड़सरा गांव के मशहूर हॉकी खिलाड़ी शहीद बदरुद्दीन खां का 67 वां 'उर्स-ए-मुबारक' इतवार को अकीदतमंदों ने दिन के दो बजे 'एसकेबीएम' कॉलेज स्थित उनके मज़ार पर चादरपोशी व गुलपोशी करके मनाया। चादरपोशी से पहले तुफ़ैल शम्सी ने नाते पाक और सलाम पढ़ शुरू की। सूफी नसीम मियां ने दुनिया को ओमीक्रोन वायरस से मुक्ति और अमन-चैन की दुआ मांगी। इस अवसर पर वहां मौजुद कमसारोबार से आये हुए ज़ायरीनों के बीच बदरुद्दीन मेमोरियल फाउंडेशन, गोड़सरा के प्रबंध निदेशक मुहम्मद शहाबुद्दीन उर्फ शहाब खां ने अपने दादा शहीद बदरुद्दीन खां के खेल जीवन को याद करते हुए बताया कि खित्ते कमसार-व-बार का नाम रोशन करने वाले हॉकी खिलाड़ी शहीद बदरूद्दीन खां को दुनियाँ से गुज़रे आज 67 साल हो गये लेकिन उनके बेमिसाल खेल के कारनामें इस दुनियां से न मिटने वाले निशान हैं। विदित हो कि 1955 ई० में जोनल हॉकी के फाइनल मैच के दौरान असहनीय खेल घटना में मौत होने से इसी खेल मैदान में उनकी जिन्दगी का आखिरी आरामगाह बना। गौरतलब हो कि उनके स्मृति में इसी कॉलेज परिसर में 'बदरुद्दीन मेमोरियल लाइब्रेरी' और उनके पैतृक गांव गोड़सरा में 'बदरुद्दीन मेमोरियल स्पोर्टिंग क्लब' एवं 'बदरुद्दीन मेमोरियल फाउंडेशन' स्थापित है। शहीद बदरुद्दीन खां के 67 वीं पुण्यतिथि पर हर वर्ष की तरह इस बार भी खेल आयोजनों में उनके पैतृक गांव गोड़सरा में भव्य फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। इस दौरान 'एसकेबीएम' कॉलेज के स्टॉफ के साथ शमीम खां, दानिश खां, हिसामुद्दीन खां, गयासुद्दीन, इमामुद्दीन, नसीम अहमद, हनीफ, परवेज खां, शहाब खां, अमजद खां, मोनू मिस्बाह, तारिक, हनीफ, मोबिन, मास्टर इमरान, मास्टर साजिद, मास्टर राशिद, मास्टर सुहैल आदि लोग मौजूद रहे।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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