छत्तीसगढ़ के ExDGP. M. W. Ansari की पुस्तक बत्तख मियां अंसारी की अनोखी कहानियां का विमोचन

By: Khabre Aaj Bhi
Oct 03, 2021
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By.JawaidBinAli

 मध्यप्रदेश भोपाल  : जहां पूरे विश्व में महात्मा गांधी के जन्मदिन को अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया, वहीं भारत में प्रसिद्ध शहर भोपाल में २ अक्टूबर के रोज एक प्रसिद्ध सामाजिक संस्था बे-नज़ीर अंसार एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी भोपाल के तत्वावधान में, शहर भोपाल के लोहिया सदन, नीलम कॉलोनी जहाँगीराबाद के पूर्व पुलिस महानिदेशक मुहम्मद वज़ीर अंसारी की पुस्तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्राण रक्षक“बख्त मियां (बत्तख मियां अंसारी) की अनोखी कहानी” का विमोचन एक सरल लेकिन सम्मानजनक तरीके से किया गया।। 

  समारोह की अध्यक्षता  रघु ठाकुर जी (अध्यक्ष लोकतांत्रिक  पार्टी )ने की। मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि  मंजर भोपाली, एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मीडिया पर्सन  पुष्पेन्द्र सिंह, डॉ. मेहताब आलम,( कवि, पत्रकार और न्यूज १८ के चीफ क्रॉस पाउंडेड,)., संतोष चौबे जी वाइस चांस्लर रविन्द्रनाथ विश्वविद्यालय, सीनियर राईटर अजीत रॉय जी और सुधीर कुमान जी थे। समारोह का संचालन वरिष्ठ कवि डॉ एहसान आजमी ने किया।

इस अवसर पर समारोह के अध्यक्ष रघु ठाकुर ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि बत्तख मियां अंसारी वह स्वतंत्रता सेनानी थे lजिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना ,महात्मा गांधी जी की जान अंग्रेजों के चंगुल से बचाई थी। अंग्रेजों ने तो उन पर जुल्म किया ही आजादी के बाद प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के एलान को ,आज तक भारत सरकार या राज्य सरकार उनके सम्मान मैं राष्ट्रपति के एलान को पूरा नहीं किया गयाl इससे बढ़कर दुख की क्या बात हो सकती है lतत्पश्चात सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा मंच पर पुस्तक का अनावरण किया गया।

 इस के बाद पुस्तक के लखक मोहम्मद वजीर अंसारी ने इस पुस्तक को लिखने के अपने उद्देश्य को विस्तार से बताते हुए कहा कि देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के नाम आज ठंडे बस्ते में डाल दिए गए हैं। इतिहास में इन स्वतंत्रता सेनानियों के रूप में इन के नामो निषान नहीं हैं। इन दिग्गज स्वतंत्रता सेनानियों को भुलाया जा रहा है। हम  उन तमाम स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को आज के लोगों के सामने पुस्तक रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।

 इस के साथ ही उन्होंने सरकार मांग की है किः

1. महात्मा गांधी और बत्तख मियां अंसारी के नाम से विश्वविद्यालय, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने चाहिए। गंगा-जमुनी सभ्यता को बढ़ावा मिले। शांति और भाईचारे को कायम रखा जा सके।

2. उन के नाम पर मोतिहारी रेलवे स्टेशन का नाम रखा जाए और सड़कों, पार्कों और पुस्तकालयों आदि का नाम बत्तख मियां अंसारी के नाम पर रखा जाए।

3.  राष्ट्रपति ने बत्ख मियां अंसारी के बेटे मुहम्मद जान अंसारी को 35 बीघा जमीन आवंटित की थी, जो उन्हें आज तक नहीं मिली है उन को आवंटित किया जाए.

 पुस्तक के लेखक ने आगे कहा कि इस पुस्तक के बाद वह झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी शेख बुखारी (उर्फ शेख भिकारी) पर एक पुस्तक लिख रहे हैं और देश भर में घूम-घूम कर मवाद एकत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमने अज़म किया है कि मुजाहिदीन आजादी के बलिदान को कभी बेकार नहीं जाने देंगे। उसके बाद सभी गणमान्य व्यक्तियों ने बत्तख मियां अंसारी को लेकर एक-एक कर अपने विचार व्यक्त किए। अंत में समारोह के संयोजक डॉ. मकबूल वाजिद ने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों एवं गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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