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सिकरारा के बांकी गांव से चंदौली जिले में गई थी बारात, वापस लौटते समय जलालपुर के पास हुआ था हादसा
परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल, ढांढस बधाने वालों का लगा तांता
by: शिवप्रसाद अग्रहरि
जौनपुर: बीते सप्ताह मंगलवार को जौनपुर जिले में कार हादसे में पांच लोगों की मौत के बाद बीएचयू ट्रामा सेंटर में मौत से जंग लड़ रहे राजबीर सिंह ने भी आखिरकार दम तोड़ दिया। बुधवार की सुबह आखिर जिंदगी का जंग राजबीर हार गया। जलालपुर हादसे में घायल राजबीर की मौत होने से इकलौते पुत्र की मौत की खबर पाकर परिवार में कोहराम मच गया। विगत मंगलवार को लखनऊ- वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर जलालपुर के पास चंदौली जिले से बरात से लौटते समय दर्दनाक हादसा हुआ था। ट्रक से टक्कर के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी वहीं राजबीर इस हादसे में गंभीर रूप से जख्मी था और बीएचयू के ट्रामा सेंटर में उसका इलाज सप्ताह भर से चल रहा था।
जलालपुर में पिछले मंगलवार को हुए दर्दनाक हादसे में घायल राजबीर सिंह (17) आखिर जिंदगी का जंग हार गया। बीएचयू के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान बुधवार की सुबह राजबीर की मौत हो गई। इकलौते बेटे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया वही बांकी गांव में एक बार फिर से मातमी सन्नाटा छा गया। सुबह परिजन शव लेकर घर के लिए रवाना हो गए तो दरवाजे पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। बता दें कि वाराणसी - लखनऊ राजमार्ग पर जलालपुर के पास विगत मंगलवार को हुए इस दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी। दुर्घटना ग्रस्त कार में सवार कुल छह लोगों में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि राजबीर गंभीर रूप से घायल हो गया था। ग्रामीणों की अगर माने तो इस दर्दनाक हादसे में राजबीर के शरीर की 32 हड्डियां टूटी थी। उनका ऑपरेशन भी हो गया था। परिजनों को उम्मीद था कि राजबीर जल्द ही स्वस्थ होकर घर वापस आएगा। लेकिन दुर्भाग्य उनके उम्मीदों पर पानी फिर गया। अपने एकमात्र बेटे को खोने के गम में पिता सुरेंद्र प्रताप सिंह व मां ममता का रो- रोकर बुरा हाल है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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