कोरोना का कहर : आये दिन तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना के मामलों ने सरकार की उड़ाई नींद

By: Khabre Aaj Bhi
Apr 04, 2021
655

 देश के 11 राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर मुसीबत : सरकार के साथ-साथ लोग स्वजनों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर हुए चिंतित

एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों पर जताई चिंता


by : शिवप्रसाद अग्रहरि

जौनपुर:देश में एक बार फिर कोरोना का कहर तेजी के साथ फैलता जा रहा है। आये दिन बढ़ते संक्रमण के मामलों के चलते सरकार सहित आम जनमानस की एक बार फिर नीद उड़ गई है।क्योंकि पहली बार के कोरोना के कोहराम में पहले ही लोगों का काफी कुछ नुकसान हो चुका है। एक बार पुनः कोरोना का कहर देश के कई महानगरों में अपना पाव पसारने लगा है। जिसे लेकर केंद्र सरकार, राज्य सरकारों को आगाह कर चुकी है।लेकिन सबसे बड़ी समस्या उनके सामने है जो रोजी-रोटी की गरज से उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों से मुम्बई,दिल्ली,गुजरात,पंजाब,राजस्थान,कलकत्ता आदि जाकर किसी तरह अपनी आजीविका चला रहे है।

बता दें कि देश के कुछ हिस्सों में स्थानीय सरकार,प्रशासन द्वारा नाईट कर्फ्यू व कड़ाई बरती जा रही है। ऐसे में धंधा व्यवसाय आदि मंदा रहेगा। फिलहाल इसके अलावा कोई और रास्ता भी सरकार के पास नहीं है। लेकिन ऐसे में मध्यम वर्गीय परिवार, गरीब तबके के लोगों पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है कि उनकी जीविका प्रभावित ना हो, इसके लिए सरकारों को हरसंभव प्रयास करना चाहिए। समस्या इस बात की है कि जिस तरह से कोरोना का कहर देश में तेजी के साथ बढ़ रहा है उससे महानगरों में रहने वाले खासकर मुम्बई, दिल्ली आदि के लोग अपनी-अपनी सुरक्षा को लेकर ज्यादा चिंतित है। हालांकि केंद्र सरकार भी कोरोना के बढ़ रहे मामले को लेकर ज्यादा चिंतित है। इससे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विगत दिनों कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना को लेकर चर्चे पर पहले भी आगाह कर चुके है।


ज्ञातव्य हो कि मुंबई में कोरोना वायरस ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, महामारी के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक शनिवार को मुंबई से रिकॉर्ड ९०९० नए कोरोना मरीज मिले। वहीं, पिछले २४ घंटे में संक्रमण की वजह से २७ मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान ५ हज़ार ३२२ लोग ठीक भी हुए, जिन्हें अस्पताल औ क्वारंटीन से डिस्चार्ज किया गया। शहर में अब तक कुल ६२ हज़ार १८७ एक्टिव केस हैं। कुल मौतों की बात करें तो अब तक मुंबई में ११ हज़ार ७५१ लोग दम तोड़ चुके हैं जबकि कुल ३ लाख६६ हज़ार ३६५  लोग कोविड-१९ से ठीक हो गए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना मामलों की बात करें तो महामारी ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, शनिवार को यहां पिछले २४ घंटे में ४९ हज़ार ४४७ नए मामले सामने आए। इस दौरान २७७ लोगों की मौत हुई और ३७ हज़ार ८२१ लोगों ने कोविड-१९ को मात दिया।

महाराष्ट्र के अन्य जिलों का भी यही हाल है, कोरोना वायरस महामारी की वजह से सरकार को कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। शनिवार को पुणे में १२ घंटे का कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया तो मुंबई में ६ हज़ार इमारतों को सील किया गया। यह कार्रवाई कोरोना वायरल नियमों का उल्लंघन करने के खिलाफ की गई है। पुणें में आज शाम ६ बजे से सुबह ६ बजे तक कर्फ्यू रहेगा। इस दौरान ट्रैवल, रेस्तरां में डाइन इन, बार और वीकली मार्केट पर प्रतिबंध रहेगा। बढ़ते संक्रमण की वजह से धार्मिक स्थल और सिनेमा घर भी अगले ७ दिनों बंद रहेंगे।

देश के ११ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति गंभीर है और आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोविड-१९ प्रोटोकाल का पालन नहीं किए जाने से स्थिति बिगड़ी है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति ठीक वैसी ही होती जा रही है जैसी क्रिसमस के बाद ब्रिटेन में देखने को मिली थी।


एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में एम्स डायरेक्टर ने भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर व अन्य मुद्दों पर सवालों के जबाब दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम होने के बाद लोग सोचने लगे कि कोविड खत्म हो गया है। वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आई। मास्क लगाने, भीड़ एकत्र नहीं करने, दो गज की दूरी बनाए रखने जैसे कोविड प्रोटोकाल की अनदेखी की जाने लगी। टीका आने के बाद तो लोग सोचने लगे कि अब सब ठीक हो गया है। इससे संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे।

पिछले २४ घंटों के दौरान देश में ९३ हज़ार २४९ नए मामले सामने आए हैं। जिनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में ४९ हज़ार ४४७ नए मामले दर्ज किए गए हैं। कर्नाटक में गाजर ३७३ और दिल्ली में३ हज़ार ५६७ नए मामले दर्ज किए गए हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ४ अप्रैल २०२१ सुबह ८ बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में २९ लाख ५३ हज़ार ,५२३  मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से २४ लाख ९५ हज़ार ३१५ ठीक हो चुके हैं। दूसरे नंबर पर केरल है जहाँ अब तक ११ लाख,३२,४३१ मामले सामने आ चुके हैं।

तीसरे नंबर पर कर्नाटक है, जहां अब तक १०लाख,१० हज़ार ६०२ मामले सामने आ चुके हैं। आंध्रप्रदेश ९० लाख ५ हज़ार ९४६ , तमिलनाडु में ८ लाख ९६ हज़ार २२६ , दिल्ली में ६ लाख ७२ ,३८१ , उत्तरप्रदेश में ६ लाख २५ हज़ार ९२३,पश्चिम बंगाल में ५ लाख ९१हज़ार ६५८,छत्तीसगढ़ में ३ अख ६३ हजाए ७९६,ओडिशा में ३ लाख ४२ हज़ार,२२४,राजस्थान में ३ लाख ३७ हज़ार ५९६,जबकि गुजरात में भी अब तक संक्रमण के करीब ३लाख१५ हज़ार ५६३ मामले सामने आ चुके हैं। जबकि उनमें से २ लाख ९६ हज़ार ७१३ मरीज ठीक हो चुके हैं।तेलंगाना में ३ लाख १२ हज़ार १४०,मध्यप्रदेश में ३० लाख ३ हज़ार ६७३,हरियाणा में २ लाख ९६ हज़ार २२९,बिहार में २ लाख ६७ हज़ार५१३,पंजाब में २लाख ४८ हज़ार ४५४,इसके बाद असम २ लाख १८ हज़ार ६०१८ का नंबर आता है। वहीं दूसरी ओर देश भर में १ करोड़१६लाख २९ हज़ार २८९ मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं।

फिलहाल अभी कोरोना का खतरा नहीं टला है। उक्त कोरोना वायरस के चलते विद्यालय बंद कर दिए गए है। कुछ ट्रेनें भी निरस्त कर दी गई है। इससे परदेश में रहने वाले लोगों के लिए आने-जाने में समस्या जरूर खड़ी हुई है। धंधा-व्यवसाय आदि पर भी कोरोना वायरस के चलते महानगरों में असर देखने को मिला है। इतना सब होने के बावजूद लोगों की लापरवाही कम होने की नाम नही ले रही है। चुनावी रैलियों में भारी भीड़ व उत्तरप्रदेश पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान भीड़ कही न कही कोरोना के खतरें को बढ़ाने वाला है।जिस पर विभिन्न राजनीतिक दलों को भी इससे बचना चाहिए। उत्तरप्रदेश में भी आये दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे है। जौनपुर सहित पूर्वांचल के अन्य जिलों वाराणसी,चंदौली,गाजीपुर में भी संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिसे लेकर शासन प्रशासन के साथ साथ लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?