जिस कि लाठी उसकी भैंस आज यही नजारा देखने को मिला मड़ियाहूं में

By: Khabre Aaj Bhi
Oct 21, 2020
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by: मो. हारून

जौनपुर : जनपद के थाना मड़ियाहूं क्षेत्र में आज दिन में लगभग 4बजे के आसपास मछली शहर सांसद वीपी सरोज का काफिला मड़ियाहूं कस्बे से निकल रहा था। गाडिय़ों की भीड़ भाड़ के कारण जाम लगा हुआ था। काफिला जाम में फंस गया था ।इस दौरान सांसद का एक साथी वाहन से बाहर निकला और वहां पर ट्रैफिक सम्भाल रहे पुलिस कर्मी साहब लाल यादव  से ही भिड़ गया और आव देखा ना ताव तत्काल पुलिस कर्मी पर हमलावर होते हुए उस पर हाथ चला दिया। कानून में व्यवस्था है पुलिस के उपर हमला करना कानून पर हमला माना जाता है । पुलिस कर्मी कहता रहा हम इमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे थे फिर भी हम हमला क्यों किया गया है। इस घटना के बाद पुलिस कर्मी भी विरोध शुरू कर दिया और वाहन को लेकर थाने में पहुंच गया। हमलावर भी सीना ताने थाने पर गया इस घटना के बाद मौके पर खासी भीड़ लग गयी। इसकी सूचना पर अधिकारी सीओ वगैरह भी थाने पर पहुंच गये। कुछ समय तक पुलिस और हमलावर सांसद के साथी के बीच तू तू मैं मैं चला इसके बाद पुलिस के अधिकारी सत्ता के नतमस्तक होते हुए सांसद के साथी का वाहन को छोड़ते हुए उसे भी सामान थाने से बाहर कर दिया। 

घटना और कार्यवाही के सन्दर्भ में पुलिस के जिम्मेदार लोगों से बात की गयी तो उनके द्वारा घटना को ही पूरी तरह से नकारते हुए कहा गया कि जाम के कारण वाहन थाने पर लाया गया था बाद में छोड़ दिया गया है। मार पीट की घटना के बाबत कहा कोई तहरीर नहीं है। जो भी हो पुलिस कार्यवाही किया नहीं किया सवाल तो यह है कि जो पुलिस एक आम  जन मानस के साथ हल्का सा विवाद हो जाने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए विवाद करने वाले का घर खोद डालती हैं। वहीं पुलिस सत्ता धारी दल के सांसद से साथी से पिटने पर घटना से क्यों मुकर गयी है । दूसरा यहाँ पर यह भी बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या सत्ता के मद में मदहोश कानून के रखवालों के उपर हमला करना जायज है। यदि नहीं तो कार्यवाही क्यों नहीं


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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