जौनपुर रैय्या गुलजार गंज के कोटेदार खुलेआम उड़ा रहे हैं कानून की धज्जियां

By: Khabre Aaj Bhi
Apr 04, 2020
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रिपोर्टर : अफसर अली

उत्तर प्रदेश;  जौनपुर रैय्या ग्राम सभा गुलजारगंज बाजार का जहां कोटेदार राम राज जयसवाल द्वारा कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश में लॉक डाउन कर रखा है करोड़ों लोगों की जिंदगियों को बचाने के लिए रात दिन शासन और प्रशासन मेहनत कर रहा है कि कैसे इस वायरस को रोका जाए उसी के संदर्भ में धारा 144 लागू कर रखा है वहीं लोगों के बचाव के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं कि लोगों को अपने घरों में रहना चाहिए और एक दूसरे से दूरी बना कर रखना चाहिए जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकला जाए और मुंह पर माक्स लगाया जाए बिना जरूरत लोग घर से बाहर ना निकले एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें। 

रैय्या ग्राम सभा गुलजारगंज कोटेदार राम राज जयसवाल द्वारा बीपीएल परिवारों से अनाज का पैसा मांगा गया बनवासी समाज व बीपीएल कार्ड धारकों का है आरोप जबकि सरकार की तरफ से बीपीएल कार्ड धारकों को फ्री अनाज देने की घोषणा की गई है तो हम से पैसा क्यों मांगा जा रहा है और हम लोग रोज कमाने खाने वाले हैं और हमारे पास पैसा भी नहीं है जब बनवारी समाज के लोगों ने इसका विरोध पिया तो कोटेदार ने राशन देने से इंकार कर दिया ।

जब इसकी सूचना मीडिया वालों को लगी और मीडिया वालों ने बनवासी बस्ती का दौरा कर उनकी स्थिति जानने की कोशिश की तो बनवासियों ने प्रधान पर लगाया आरोप जब हम लोग कोटेदार के खिलाफ प्रधान से शिकायत करते हैं तो हम लोगों को डांट कर हमें भगा देते हैं हम लोगों में कईयों के पास नहीं है राशन कार्ड और ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना का हमें कोई लाभ मिल रहा है हम लोग घास फूस के छप्पर में रहने को है मजबूर जब मीडिया वालों ने लालमणि देवी पत्नी प्रधान अच्छे लाल सेठ से फोन पर इस मामले को जानने की कोशिश की तो उन्होंने कहा आप वहीं रुकिए हम आते हैं और पांच छह सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे आते ही उनके सहायक यतीश कुमार ने मीडिया वालों को धमकी देने लगे और कहा हमारा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है चाहे जो कर लो तुम लोग,मीडिया वालों ने पूछा आप कौन हैं तो उन्होंने कहा मैं प्रधान का सहायक हूं।

हमने जब प्रधान इस के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा हमने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए इन लोगों का फॉर्म 1 साल से जमा किया हूं लेकिन इन लोगों का आवास अभी तक नहीं आया है और कोटेदार इन लोगों से पैसे मांग रहा था लेकिन जब मुझे पता चला तो हमने इन लोगों को बुलाकर कोटेदार से बगैर पैसे के सभी को अनाज दिलाया।

मीडिया कर्मी शाम 6:00 बजे सस्ते गल्ले की दुकान का नजारा देखकर दंग रह गए बूढ़े जवान बच्चे यहां तक कि 80 साल से लेकर 15 साल तक के औरत मर्द बच्चों सैकड़ों की संख्या में वहां भीड़ में जमा थे जब मीडिया वालों ने जमा भीड़ से इस मामले के बारे में जानने की कोशिश की उन्होंने बताया कोटेदार अभी अभी हम लोगों को बुलाया है अनाज देने के लिए जो कि कानून की पूरी से उड़ा रहे थे धज्जियां ना वहां कोई प्रशासन का आदमी था और ना कोटेदार का कोई आदमी था जो भीड़ कंट्रोल में रखें 90 परसेंट लोग बिना माक्स के थे ना कोई सरकारी गाइडलाइन का पालन कर रहा था ऐसा लग रहा था कि लोगों की जिंदगियां सस्ती हैं और अनाज बहुत महंगा है वही लोग यह समझ रहे थे करोना वायरस से तो बाद में मरेंगे भूख से पहले मर जाएंगे इसके लिए सरकार को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए कि लोगों को अनाज घर-घर पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए नहीं तो लॉक डाउन का कोई मतलब नहीं रह जाएगा ।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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