एक ही दिन इन तीन डॉक्टरों से मांगी गई रंगदारी

By: Riyazul
Jun 15, 2019
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गिरफ्तारी के पूर्व पुलिस व डॉक्टरों ने मामले का नहीं किया खुलासा,प्रेस विज्ञप्ति में भी डॉक्टरों का नाम उजागर नहीं
कोर्ट में पहुंची कापी तो हुआ डॉक्टरों के नाम का खुलासा,पहले भी मांगी जा चुकी है रंगदारी

जौनपुर:  हॉस्पिटल चला रहे डॉक्टर से रंगदारी मांगना अपराधियों के लिए आम बात हो गई है।अधिकांश डॉक्टर भी मामलों को दबाते हैं पुलिस भी एफ आई आर तो दर्ज करती है लेकिन रंगदारी मांगने एवं डॉक्टरों के नाम का खुलासा नहीं करती।31 मई 2019 को जिन तीन डाक्टरों से रंगदारी मांगी गई उसमें भी एफ आई आर दर्ज होने के बाद भी मामले का खुलासा पुलिस ने तब किया जब आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली।प्रेस विज्ञप्ति में भी उन डॉक्टरों के नाम का खुलासा नहीं किया गया जिनसे रंगदारी मांगी गई थी। एफ आई आर की कॉपी कोर्ट में न पहुंचती तो यह भी न पता चल पाता कि किस डॉक्टर से रंगदारी मांगी गई।मामले को दबाने के कारण ही अपराध बढ़ रहा है।
सिंगरामऊ निवासी डॉ संजय कुमार जो रताशी चौराहा पर फार्मा क्लीनिक चलाते हैं उनसे 31 मई 2019 को 9:54 पर मोबाइल नंबर 73 48 39 9159 से फोन कर पांच लाख की रंगदारी मांगी गई। उनकी तहरीर पर 2 जून 2019 को 18:30 पर सिंगरामऊ थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई।शहर के तारापुर कॉलोनी निवासी डॉ राजेंद्र प्रसाद बिंद जिनका लाइफ लाइन हॉस्पिटल पचहटिया में है उनसे 31 मई 2019 को 10:30 बजे सुबह 7948 399 159 से फोन कर दस लाख रंगदारी मांगी गई। डॉक्टर ने 3 जून को तहरीर दिया और 3 जून 2019 को ही 00:32 पर एफ आई आर दर्ज हुई।लाइन बाजार थाना क्षेत्र के सीहीपुर मुरादगंज निवासी डॉ राजेंद्र प्रसाद यादव अपने मकान में ही देव हॉस्पिटल चलाते हैं।31 मई 2019 को 11:52 पर मोबाइल नंबर 73 48 399 159 से फोन कर 10लाख रंगदारी मांगी गई।उनकी तहरीर पर 1 जून 2019 को 14:39 पर लाइन बाजार थाने पर एफ आई आर दर्ज हुई।पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों विनोद सिंह व सत्य प्रकाश श्रीवास्तव को 3 जून 2019 को ही सुबह 6:30 बजे कुसहां मोड़ पर घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।प्रेस विज्ञप्ति में तीनों डॉक्टरों को 3 दिन का समय आरोपियों ने दिया था।पैसा न देने पर डाक्टरों के क्लीनिक पर फायरिंग करने एवं सफल होने पर तीन और डॉक्टर से रंगदारी मांगने की योजना बनाई थी।


Riyazul

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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