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जौनपुर:।जौनपुर की ऐतिहासिक लाल दरवाजा मस्जिद स्थित मदरसा जामिया हुसैनिया लाल दरवाजा का सालाना इजलासे आमतलबाए अन्जुमन इस्लाहे बयान के बैनर तले जामिया हुसैनिया लाल दरवाजा मे बृहस्पतिवार की शाम को मदरसा प्रांगण मे आयोजित हुआ। प्रोग्राम की शुरुआत कलामे इलाही से शुरू हुई।प्रोग्राम हजरत मौलाना तौफिक अहमद कासमी नाजिम मदरसा की जेरे सरपरस्ती(सरंक्षण) मे मुन्किद हुआ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथी हजरत मौलाना अस्सान सैयदिन मुल्ला टोला रहे।वही विशिष्ट अतिथि(मेहमाने खुसूशी) शाबिर कुरैशी व हाफिज हफिजुल्लाह रहे।कार्यक्रम मे विभिन्न वक्ताओ ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।इसी कड़ी मे मौलाना अबू समद ने अपने बयान मे बताया की आज हमारे हिन्दुस्तान को जरूरत है एक ऐसे हिन्दुस्तान की कि जब किसी भी मजहब के मानने वालो पर या उनके मजहबी इदारो (धार्मिक स्थलो) को असामाजिक तत्व हमला करे तो सब के सब एक साथ खड़े हो।कोई मनचला दहशतगर्द अगर हिन्दु भाई पर या उनके मजहबी स्थानो पर हमला करे तो मुसलमानो को सामने आकर पहले रोकना चाहिए।इसी तरह कोई हिन्दुओ मे से भी मुसलमानों या इसाईयो या सिखो पर हमला करे तो अमन पसंद हिन्दुओ को आगे आकर उसको रोकना चाहिए।तब जाकर हिन्दुस्तान मे अमन और अमान कायम होगा।वही नाजिम मदरसा मौलाना तौफिक कासमी ने बताया की इस मदरसे को कायम हुए 45 वर्ष हो चुके है।यहाँ से शिक्षा ग्रहण कर पास होने वाले मेधावी छात्रों को हर साल प्रबंधन प्रोग्राम कराकर सम्मानित करता है।इसमे देश के विभिन्न उल्माए दीन व आलिम सामिल होते है।इस वर्ष 125 मेधावी तलबाओ को सम्मानित किया गया है।जिन्होने मदरसे की विभिन्न परिक्षाओ मे उच्च अंक प्राप्त किया है। इस मौके पर प्रोग्राम मे इमान अफरोज और दिलनसी तकरीरे रूहे अफ्जा और परसुर नाते खुश जाएका इल्मी अदबे इस्लाही दिल चस्ब मुकालमे(बहस) से माहोल मे शमा बन गया।वही नन्हे मुन्ने मासुम बच्चों की जबान से पुर केफ नज्मे दुआए वगैरह जामिया के होनहार और बाकमाल तलबाए अजीजो ने पेश कर फिजा मे अलग ही रंग बाँध दिया।प्रोग्राम का संचालन मौलाना वसीम शेरवानी ने किया।आखिर मे देश मे खुशहाली व अमन व अमान के लिए दुआ कर प्रोग्राम को खत्म किया गया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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