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गाजीपुर : जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जनपद के समस्त तहसीलों मे आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रिवांस एंड रिड्रेसल सिस्टम) फीडबैक सेल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य जनपद के नागरिकों की शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी तरीके से निस्तारण करना है। फीडबैक सेल जिला प्रशासन और जनता के बीच सेतु का काम कर रही है। जिससे आम जनमानस मे शासन, जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन के कार्याे के प्रति विश्वास बढ रहा है।
फीडवैक सेल मे उपजिलाधिकारी से लेकर लेखपाल तक के दायित्व निर्धारित किये गये है। जिसमे प्रत्येक शिकायत जिसे लेखपाल को सौपा गया हो, उसका निस्तार 07 दिन मे अनिवार्यतः तथा अधिकतम 10 दिन मे कर दिया जाना चाहिए। सम्बन्धि आई जी आर एस प्रतिदिन 7 दिन से अधिक लंबित शिकायतो की सूची आर. आई. -लेखपाल व्हाट्सप ग्रुप मे साझा करेगा। प्राप्त निस्तारण को जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित आख्या प्रारूप के अनुसार फीडबैक सेल द्वारा जॉचा जायेगा। यदि मानक के अनुरूप/निर्धारित प्रारूप पर आख्या न हो तो लेखपाल को पुनः जॉच हेतु भेजा जायेगा। शिकायतकार्ता को सा्रेतो (मा0 मुख्यमंत्री संदर्भ/जनप्रतिनिधि संदर्भ/शासन संदर्भ/पी जी पोर्टल/संपूर्ण समाधान दिवस/जिलाधिकारी संदर्भ मे उनके द्वारा निर्धारित समय सीमा के प्रकरण) के अनुसार (पी1) लिखा जायेगा और कोई अन्य महत्तपूर्ण स्रोत जिसमे उपजिलाधिकारी/तहसीलदार का निस्तारण देखना आवश्य हो) को उनके फीडबैक सेल द्वारा फीडबैक लेने के बाद अपने कमेंट रिकार्ड करके अलग रखा जायेगा। उन पी 1 शिकायतो का तीन स्तरीय फीडबैक, फीडबैक सेल के राजस्व निरीक्षक एवं नायब तहसीलदार द्वारा लेने के बाद तहसीलदार और फिर उपजिलाधिकारी द्वारा सीन करा कर ही आई जी आर एस पोर्टल पर आपरेटर द्वारा अपलोड किया जायेगा। यदि निस्तारण मे त्रुटि हो तो नायब तहसीलदार, तहसीलदार स्पष्ट टिप्पणियो सहित पुनः लेखपाल को 5 दिवस मे सुधार हेतु भेजेगे। उपजिलाधिकारी द्वारा सीन किये बिना कोई भी पी1 शिकायत ऑनलाईन अपलोड नही की जायेगी। अन्य सामान्य शिकायतो (पी1 को छोड़कर) पर भी शत-प्रतिशत फीडबैक सेल द्वारा फीडबैक लेकर टिप्पणी की जायेगी। यदि निस्तारण त्रुटिपूर्ण हो तो उस दिन की ड्यूटि वाले नायब तहसीलदार द्वारा पुनः लेखपाल को भेजा जायेगा और आवश्यक सुधार उपरान्त दुबारा प्रशिक्षण कर तहसीलदार को भेजा जायेगा। तहसीलदार मा0 मुख्मंत्री हेल्प लाईन एवं आनलाईन मामलो मे शत-प्रतिशत स्वयं फीडबैक लेगे एवं अन्य शिकायतो मे कम से कम 20 प्रतिशत पर रैण्डम फीडबैक लेकर टिप्पणी सहित अनुमोदन करेगंे उसके पश्चात ही आपरेटर द्वारा आनलाईन पोर्टल पर आख्या अपलोड की जायेगी।
राजस्व से जुड़े शिकायतों का निस्तारण आख्या प्राप्त होने पर सर्व प्रथम फीडबैक सेल द्वारा शिकायतकर्ता से फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है। शिकायतकर्ता की संतुष्टि के उपरान्त ही आई जी आर एस पोर्टल पर आख्या अपलोड करायी जा रही है। शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत पर असंतुष्ट फीडबैक दर्ज कराने पर पुनः आख्या का परीक्षण सम्बन्धित तहसील के उपजिलाधिकारी द्वारा परीक्षण किया जा रहा है यदि निस्तारण आख्या गुणवत्तापूर्ण एवं नियमसंगत है तो शिकायतकर्ता को न्यायिक/विधिक प्रक्रिया से अवगत कराया जाता है, यदि निस्तारण आख्या गुणवत्तापूर्ण नही पायी जाती है तो पुनः जॉच हेतु सम्बन्धित को भेज दी जाती है।
जनपद के तहसीलो मे फीडबैक सेल गठन के उपरान्त विगत माह जून 2025 मे मा0मुख्यमंत्री हेल्प लाईन द्वारा राजस्व विभाग से सम्बन्धित लिये गये फीडबैक मे 24 प्रतिशत वृद्धि के साथ जनपद के शिकायतकर्ताओ द्वारा 60 प्रतिशत लोगो ने संतुष्टि का फीडबैक दिया गया। जिसमे तहसील कासिमाबाद मे 67.24 प्रतिशत, तहसील सदर मे 50 प्रतिशत, तहसील जखनिया मे 26.76 प्रतिशत, तहसील जमानिया मे 38.89 प्रतिशत, तहसील मुहम्मदाबाद मे 54.43 प्रतिशत, तहसील सेवराई मे 80.95 प्रतिशत तथा तहसील सैदपुर मे कुल शिकायतों का 80.83 प्रतिशत आवेदक निस्तारण से संतुष्ट है।
इसी क्रम मे तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम पृथ्वीपुर निवासी अनिल गौड़ द्वारा चकरोड के सीमांकन हेतु शिकायत की गयी थी जिसका राजस्व टीम द्वारा मौके पर जाकर निस्तारण किया गया। शिकायत निस्तारण के पश्चात फीडबैक सेल द्वारा शिकायतकर्ता से फीडबैक लिया गया जिसमे शिकायतकर्ता अनिल गौड़ द्वारा संतुष्टि व्यक्त की गयी।
तहसील सैदपुर अन्तर्गत राजस्व ग्राम विजरवां मौजा-पचईपट्टी विकास खण्ड सादात के शिकायतकर्ता आलोक द्वारा अपनी भूमि पर 02 वर्षाे से कब्जा किये जाने सम्बन्धित शिकायत पत्र दिया गया जिस क्रम मे राजस्व टीम द्वारा मौजा पचईपट्टी मे स्थित अराजी संख्या-94 रकबा 0.322 हे0 आलोक, आदर्श, आनन्द पुत्रगण हृदय नारायण व मुकेश, राकेश, राजेश पुत्रगण रामजनम के नाम संक्रमणीय भूमिधर के खाते में अंकित है आवेदकगण अपने संपूर्ण रकबा पर काबिज है, आवेदक के खेत के पूर्वी मेढ से सटाकर विपक्षी द्वारा बोरिंग का कार्य किया जा रहा था जिसको मौके पर राजस्व टीम द्वारा उपस्थित होकर मना किया गया। विपक्षी अपने घर के पीछे वाली मेढ पर बोरिंग करा रहा था, जो नियम विरूद्ध है। शिकायत निस्तारण के पश्चात फीडबैक सेल द्वारा शिकायतकर्ता से फीडबैक लिया गया जिसमे शिकायतकर्ता आलोक द्वारा संतुष्टि व्यक्त की गयी।
फीडबैक सेल के माध्यम से लगातार संतुष्टि प्रतिशत मे वृद्धि का प्रयास गतिमान है। जिससे आम जनमानस मे शासन, जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन की छवि व कार्यप्रणाली पर विश्वास बढ़ सके। तहसील जखनियां एवं तहसील जमानियां मे फीडबैक प्रतिशत कम रहा है जिसे माह जुलाई मे सुधार कर लिया जायेगा
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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