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मुंबई : कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के उपाध्यक्ष एवं ठाणे जिला होलसेल व्यापारी वेलफेयर महासंघ के अध्यक्ष श्री सुरेश भाई ठक्कर ने कहा बुधवार को ICE पर रॉ शुगर के दामों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। शुरुआती कारोबार में, भारत और थाईलैंड में अच्छी मानसूनी बारिश के कारण उत्पादन में बढ़ोतरी के अनुमान से ग्लोबल सप्लाई बढ़ने की संभावना के चलते कीमतें पिछले चार साल के सबसे निचले स्तर तक गिर गईं।
हालांकि, कारोबार के अंतिम घंटों में ब्राज़ील में सप्लाई से जुड़ी चिंताओं की वजह से बाजार में रिकवरी देखी गई। जुलाई कॉन्ट्रैक्ट (SBN25) दिन में तेजी से गिरते हुए 15.70 सेंट प्रति पाउंड तक पहुंच गया, जो 2021 की शुरुआत के बाद का सबसे निचला स्तर है। बाद में यह संभलते हुए 15.98 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ, जो दिनभर में 0.21 सेंट की तेजी थी। सबसे सक्रिय अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट (SBV25) भी 0.25 सेंट की बढ़त के साथ 16.61 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ।
कीमतों में इस रिकवरी के बावजूद, शुगर फ्यूचर्स साल की शुरुआत से अब तक करीब 17% गिर चुके हैं। CFTC के नवीनतम कमिटमेंट्स ऑफ ट्रेडर्स (COT) डेटा के मुताबिक, 17 जून 2025 तक मैनेज्ड मनी के नेट शॉर्ट पोजिशन बढ़कर 73,526 लॉट तक पहुँच गए हैं, जो बाजार में मंदी के सेंटिमेंट को दर्शाता है।
ब्राज़ील के कुछ इलाकों में गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाने वाली पाले (फ्रॉस्ट) की खबरों से कीमतों में रिकवरी आई। साथ ही, ब्राज़ील सरकार ने गैसोलीन में एथेनॉल ब्लेंडिंग को 27% से बढ़ाकर 30% करने का फैसला किया है, जिससे शुगर उत्पादन के लिए गन्ने की सप्लाई घट सकती है।
वाइट शुगर के दाम भी मजबूत हुए और 2.4% बढ़कर 479 डॉलर प्रति मीट्रिक टन पर बंद हुए। वाइट और रॉ शुगर के बीच प्रीमियम लगभग 127 डॉलर प्रति मीट्रिक टन पर स्थिर है।कुल मिलाकर, एशिया में उत्पादन बढ़ने की संभावना और ब्राज़ील में सप्लाई से जुड़ी अनिश्चितताओं के बीच बाजार में सावधानी बनी हुई है, और कारोबारी अब मौसम और नीतिगत बदलावों पर नज़र रख रहे हैं।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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