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गाजीपुर : प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में वर्ल्ड इम्यूनाइजेशन वीक मनाया जाता है. इस वर्ष यह 24 से 30 अप्रैल 2025 तक मनाया जाएगा. इसका उद्देश्य सभी उम्र के लोगों को टीकाकरण के माध्यम से कई तरह के रोगों से बचाना है. 2025 की थीम है सभी के लिए टीकाकरण मानवता के लिए संभव है। यह थीम टीकाकरण की उपलब्धियों को उजागर करते हुए यह संदेश देती है कि सभी लोगों तक टीकाकरण पहुंचाना संभव है और इससे जीवन रक्षा की जा सकती है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ रवि रंजन ने बताया कि विश्व टीकाकरण सप्ताह के अवसर पर विशेष टीडी (टिटेनस और डिप्थीरिया) का टीकाकरण अभियान शुरू होगा। यह अभियान 24 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा। अभियान नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों के लिए है। स्कूलों में यह टीकाकरण निशुल्क होगा। आशा और एनएम कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीकाकरण से वंचित बच्चों की पहचान करेंगी। सभी टीकाकरण का विवरण यू-विन पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा।
नियमित टीकाकरण टीडी से सैकड़ों बच्चे वंचित हैं। अब ऐसे बच्चों को टिटनेस और डिप्थीरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण का विशेष प्लान तैयार किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व टीकाकरण सप्ताह में टिका से वंचित बच्चों को टीकाकरण करेगा। परिषदीय विद्यालय, माध्यमिक परिषद, वित्तविहीन विद्यालय और सभी प्राइवेट विद्यालयों में टीकाकरण के विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा। स्कूल आधारित टीकाकरण टीकाकरण सत्र बुधवार और शनिवार को छोड़कर सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार को किया जाएगा। एएनएम अपने क्षेत्र में कार्य योजना तैयार करेंगी। स्कूलों में कक्षा पांच में 10 वर्ष को आयु के बच्चों को टोडी-10 का टीका तथा कक्षा 10वीं में में 16 वर्ष की आयु के बच्चों को टीडी-16 का टिका लगाया जाएगा। इस संबंध में सीएमओ डा. सुनील कुमार पांडेय की ओर से डीआइओएस और बीएसए को सहयोग के लिए पत्र जारी किया गया है । इस कार्य में सभी सीएचसी के अधीक्षक और शहरी क्षेत्र को पीएचसी के नोडल को भी निर्देशित किया है कि अभियान में पूरा सहयोग करेंगे। कोई भी बच्चा टीडी के टीकाकरण से वंचित नहीं याना चाहिए।
1974 से अब तक टीकाकरण ने लगभग 154 मिलियन जीवन बचाए हैं, यानी हर मिनट 6 जीवन बचे हैं. टीकाकरण ने शिशु मृत्यु दर में 40% की कमी की है और इससे बच्चों को पहला जन्मदिन देखने का मौका मिला है. खसरा के टीके ने 60% जीवन बचाने में योगदान दिया है. नए टीके जैसे मलेरिया, एचपीवी, कोलेरा, डेंगू, मेनिनजाइटिस, आरएसवी, इबोला आदि भी अब लोगों की सुरक्षा में मदद कर रहे हैं. साल 2020 में आई कोरोना महामारी के बाद कोरोना वायरस का टीका बनाया गया था. इस टीके को दुनियाभर में अरबों लोगों को लगाया गया था. कोरोना वैक्सीन ने लोगों को इस वायरस के खतरनाक असर से बचाया है.
टीकाकरण नहीं होने से कई तरह की बीमारियां होती है खासकर बच्चों में खसरा, मम्प्स, रूबेला, पोलियो, डिप्थीरिया, टेटनस, इन्फ्लूएंजा, निमोनिया, कोविड-19, आरएसवी होती है वही घातक बीमारियों में मेनिनजाइटिस, रेबीज, कोलेरा शामिल है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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