महादेव हास्पिटल का मामला पकड़ा तूल,हो सकता है एफआईआर दर्ज

By: Sivprkash Pandey
Sep 29, 2023
35

एक सप्ताह के अंदर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के यहां प्राप्त कराना होगा यह अभिलेख 

गाजीपुर : सीएम से एक बार फिर शिकायत करने के बाद सदात थाना क्षेत्र अंतर्गत महादेव हास्पीटल का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। 

बीते 27 सितंबर को महादेव हास्पीटल पर फिर छापेमारी हुई थी जिसमें हास्पीटल खुला हुआ मिला था।कुछ दिनों पहले भी इस हास्पीटल को लेकर सीएम से शिकायत किया गया था जिस पर एसीएमओ डॉ शिशिर शैलेश के द्वारा जांच किया गया था और रिपोर्ट में दर्शाया गया था कि महादेव हास्पीटल पिछले 6 महीनो से बंद है।

जिस पर शिकायत कर्ता ने फिर सीएम से शिकायत कर महादेव हास्पीटल पर कार्यवाही करने की मांग किया। जिसको लेकर बीते दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिर्जापुर के टीम ने छापेमारी किया उस दौरान महादेव हास्पीटल खुला हुआ मिला।अब जरा आप भी सोच सकते हैं जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एक अधिकारी ने खुला बताया और दूसरे ने 6 महीने से बंद बता दिया था।

महादेव हास्पीटल पर हो सकता है एफआईआर दर्ज-

शिकायती पत्र में लगाये गये रिपोर्ट के अनुसार छापेमारी के दौरान महादेव हास्पीटल में चिकित्सकीय कार्य करते पाये गये थे। अधिकारियों द्वारा हास्पीटल संचालक को निर्देशित किया गया कि अपनी चिकित्सकीय योग्यता यू०पी० मेडिकल काउंसिल का पंजीयन प्रमाण पत्र एवं कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी का पंजीयन प्रमाण पत्र पर अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में एक सप्ताह के अंदर प्राप्त कराना सुनिश्चित करें।अन्यथा आपके विरूद्ध कई आई०पी०सी० की धारा 419 व 420 तथा इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा 15(3) के साथ जालसाजी युक्त अभिलेखों के लिया आई०पी०सी० की धारा 488 व 471 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज करने हेतु पुलिस अधीक्षक गाजीपुर को सूचित कर दिया जाएगा।लेकिन सूत्रों की मानें तो महादेव हास्पीटल का रजिस्ट्रेशन नहीं है अब तो मजे कि बात तो यह होगा कि स्वास्थ विभाग रजिस्ट्रेशन कितना जल्द दे देता है।

इस मामले को लेकर से महादेव हास्पीटल आया था चर्चा में-

दरअसल कुछ दिनों पहले सदात थाना क्षेत्र अंतर्गत ओड़ासन गांव निवासिनी पुष्पा बनवासी (25) पत्नी मनोज बनवासी जो एक बच्चे की मां है। पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया था मेरे पत्नी को अचानक बाथरूम के रास्ते से लैट्रिन होने लगा तो मनोज बनवासी ने महादेव हॉस्पिटल में दिखाया महादेव हॉस्पिटल के डॉक्टर ने कहा कि पच्चीस हजार रुपए में हम ठेका ले रहे हैं ठीक कर देंगे। लेकिन ऑपरेशन के एक सप्ताह बाद भी हालत वही रहा तो महादेव हॉस्पिटल के संचालक ने इन्हें वाराणसी के किसी प्राइवेट हॉस्पिटल को बताया उन्होंने कहा कि मेरे भाई का हास्पीटल है। वहां जाइए आपका ऑपरेशन हो जाएगा लेकिन वहां जाने पर भी तीन बार ऑपरेशन हुआ पच्चास हजार रुपए लगा था।

 पुष्पा की हालत और सीरियस होती गई तो कहां जांच करवाने के लिए जांच के लिए पास पैसे नहीं थे बिना कागज बिना लिखा पड़ी इसको वापस कर दिए थे। पीड़ित ने बताया कि घर चला आया फिर जाकर के महादेव हॉस्पिटल पर कहा कि आप हमसे पैसा लिए और हमारा मरीज ठीक नहीं हो रहा है हमारा इलाज कराओ या हमें पच्चास हजार रुपए दीजिए मैं जाकर इलाज कराता हूं तो अस्पताल संचालक ने धमकी देते हुए भगा दिया मैं तुम्हें पहचानता नहीं हूं। उन्होंने कहा कि जब पहचानते नहीं हो तो घर क्यों दौड़ रहे हो दबाव डलवा रहे हो धमकी दिलवा रहे हो ।अब सोचिए कि अगर निजी अस्पताल में इस तरह मरीजों का शोषण होने लगेगा तो भला कौन इलाज कराने जायेगा।कुछ दिनों पहले हास्पीटल संचालक का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया था लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया था।कुछ दिनों पहले पीड़ित ने हास्पीटल संचालक पर दबाव बनाकर समझौता करने का भी गंभीर आरोप लगाया था।


Sivprkash Pandey

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?