To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
जौनपुर : मदरसे में मौलाना की तकरीर और घर में रोजा रख रहे परिवार के अन्य सदस्यों से प्रेरित होकर शहर के मीरमास्त मोहल्ला निवासी 10 वर्षीय अरमान ने खुदा की इबादत के लिए रोजा रखने का फैसला किया तो घर वाले हैरान हो गए। पहले तो परिवार वालों ने बच्चे को रोजा रखने से मना किया लेकिन उसकी जिद पर परिवार वालों को भी मानना पड़ा। दोपहर बाद अरमान की दशा देखकर मां ने रोजा तोड़ देने को कहा लेकिन वह नहीं माना। जैसे ही शाम हुई और इफ्तार का समय हुआ तो मां ने अपने हाथों से विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर बेटे को इफ्तार कराया।
रोजा खोलने के समय उसके लिए अच्छे से अच्छे पकवान मिठाइयां फल रखे गए और बड़ी पाकीज़गी के साथ उसकी रोजा खुसाई की गई । अल्लाह रब्बुल इज्जत सभी को रोजा व नमाज पढ़ने की तौफीक दे। यही माहे रमजान का संदेश है । यही फजीलत है जो बरकतों की बारिश रमजान में नूर सी चारो तरफ बरसती है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers