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by : मो, हारून
जौनपुर : थाना सरायख्वाजा क्षेत्र स्थित ग्राम सिद्दीकपुर निवासी अति निर्धन गरीब महिला केवला देवी गरीब ने मजदूरी कर एक एक रूपये इकट्ठा कर काशी गोमती ग्रामीण बैंक की शाखा सिद्दीकपुर में सन् 1988 में खाता खोलवा कर अपने खाता संख्या 2432 में वर्ष 2004 तक 1लाख 33 हजार 510 रुपये जमा किया था कि बुढ़ापे में काम आयेगा। लेकिन काशी गोमती ग्रामीण बैंक के प्रबन्धक एवं कर्मचारियों ने मिल कर खाता में खाता संख्या बदलते हुए केवला देवी का खाता संख्या 414162010002432 कर दिया इसके बाद फिर महिला ने धीरे धीरे 30500 रूपया खाते में जमा किया।
बैंक के लोग फर्जीवाड़ा का खेल करते हुए खाता संख्या 2432 में जमा धनराशि रूपया 1लाख 33 हजार 510 महिला के खाते से गायब कर दिया। गरीब महिला अपने खाते का लिखित स्टेटमेन्ट मांगा तो बैंक ने देने से मना कर दिया। बस इतना कहा कि खाते में 30500 रूपया है। महिला अपना पैसा पाने के लिए पहले बैंक का चक्कर लगाया बाद में न्याय पाने की गरज से थाने पर गयी वहां से धक्के देकर भगा दिया गया फिर पीड़िता पुलिस अधीक्षक के चौखट पर गयी वहां भी गरीब की नहीं सुनी गयी।
अब जिलाधिकारी के चौखट पर दस्तक दी है वहां भी उसे लाली पाप दिखा दिया गया है कुल मिलाकर बैंक वालों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठा रहा है कि गरीब का पैसा उसे मिल सके। जो भी हो इस गरीब मजलूम महिला की दास्तान ने बैंक से लेकर जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी तथा पुलिस प्रशासन पर एक बड़ा में सवाल खड़ा कर दिया है। कि पीड़ित आखिर किसके चौखट पर जाये कि उसे न्याय मिल सके। इस घटना ने साबित कर दिया है कि गरीब को हर तरह से लूटिये कोई मदत करने वाला नहीं है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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