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मुंबई : देश के स्वतंत्रता दिवस डायमंड जुबली के अवसर पर राज्य में ७५ विशेष नर्सरी स्थापित की जाएंगी। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज जानकारी दी कि राज्य के प्रत्येक तालुका में राजस्व और वन विभाग के स्वामित्व वाली भूमि पर वनाई बनाई जाएगी और 'सह्याद्री देवराय' के सहयोग से सरकारी नर्सरी के माध्यम से पेड़ों की स्वदेशी प्रजातियों की खेती और खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्रालय में आज उप मुख्यमंत्री कार्यालय के हॉल में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में सह्याद्रि देवराय सामाजिक संगठन ’के वृक्षारोपण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर एक बैठक आयोजित की गई।
संजय राठौर, वन मंत्री, सयाजी शिंदे, सह्याद्री देवराई सामाजिक संगठन के अध्यक्ष, नितिन करीर, राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मिलिंद म्हैसकर, वन विभाग के प्रधान सचिव देबाशीष चक्रवर्ती, योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, दिनेश त्यागी, सामाजिक वन विभाग के प्रधान मुख्य संरक्षक। मुख्य संरक्षक विवेक खांडेकर उपस्थित थे। प्रकृति के संरक्षण के लिए पूरे राज्य में पेड़ लगाए जा रहे हैं और उनका पोषण किया जा रहा है और इसको बढ़ावा देने के लिए वन विभाग और राजस्व विभाग की भूमि पर प्रत्येक तालुका में एक जंगल स्थापित किया जाएगा।
सह्याद्रि देवराय सामाजिक संगठन राजस्व और वन विभाग के साथ इस काम में शामिल होंगे। इसके माध्यम से, पेड़ों की स्वदेशी प्रजातियों की खेती और खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही, राज्य में ७५ स्थानों पर फलों के पेड़ लगाए जाएंगे। साथ ही, राज्य भर में सरकारी एजेंसियों के माध्यम से बहुत पुराने पेड़ों की खोज की जाएगी और उन पेड़ों को एक विशेषज्ञ समूह के माध्यम से 'विरासत' के रूप में घोषित किया जाएगा। सह्याद्री वानराई ’मॉडल की मदद से, कम समय में घनवन’ बनाने के लिए राज्य में एक विशेष परियोजना लागू की जाएगी। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने यह भी कहा कि राज्य भर में एक जिलावार वृक्ष सम्मेलन आयोजित किया जाएगा और राज्य सरकार द्वारा इसे वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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