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जौनपुर : योगी सरकार द्वारा 26 हज़ार सरकारी स्कूल पहले ही बंद किया जा चुका है और वर्तमान शैक्षिक सत्र 2024-25 में 27000 और सरकारी स्कूल बंद करने की योजना बना रखी है। योगी सरकार की इस नीति से खफा आम आदमी पार्टी प्रदेश व्यापी आंदोलन कर रही है इसी क्रम में आज जनपद जौनपुर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकारी स्कूलों को बंद करने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया। ऐसा कर पर पूर्वांचल प्रांत प्रभारी डॉक्टर अनुराग मिश्रा ने कहा कि योगी सरकार शिक्षा विरोधी सरकार है बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का वह दूध है जिसे जो पियेगा वही दहाड़ेगा योगी सरकार दलित पिछड़ा और आर्थिक रूप से कमजोर गरीबों को पढ़ने से रोकना चाहती है इसीलिए सरकारी स्कूलों को बंद कर रही है आम आदमी पार्टी से बर्दाश्त नहीं करेगी हम मांग करते हैं कि जो स्कूल बंद किए गए हैं उसे भी खोले जाएं। जिलाध्यक्ष रामरतन विश्वकर्मा ने कहा कि सरकार जानबूझकर सरकारी स्कूलों के पास मानकविहीन निजी विद्यालयों को मान्यता दे रही है जिससे सरकारी स्कूलों की छात्र संख्या घटें और उसे बंद करने का मौका मिले। योगी सरकार ने इस वर्ष नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में 6 साल के नीचे प्रवेश लेने पर रोक लगा दी जबकि यह नियम निजी विद्यालयों में कठोरता से लागू नहीं किया गया जिस कारण से सरकारी विद्यालयों में प्रवेश से वंचित बच्चे प्राइवेट स्कूलों की तरफ चले गए और अचानक सरकारी विद्यालयों की संख्या घट गई। साथ ही एक पत्र निकालकर योगी सरकार ने कहा कि जिन विद्यालयों में 50 से कम छात्र संख्या होगी उन्हें बंदकर पास के सरकारी विद्यालय में उनका संविलयन कर दिया जाएगा। जिला उपाध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि प्रदेश में लाखों की संख्या में बेरोज़गार नौकरी की आस में वैकेंसी का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार 50000 सरकारी स्कूलों को बंदकर टीईटी उत्तीर्ण योग्य नौजवानों को बेरोज़गार कर सड़कों पर घूमने को मजबूर कर रही है। संजय पाल ने कहा कि जब शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को नियमित शिक्षकों के बराबर वेतन देने की बात आती है तो सरकार कहती है कि यह शिक्षक नहीं हैं, लेकिन जब शिक्षक-छात्र अनुपात देखकर शिक्षकों की भर्ती करने का सवाल उठता है तो योगी सरकार शिक्षामित्र और अनुदेशकों को शिक्षक मान लेती है।योगी सरकार का यह दोहरा चरित्र शिक्षक और शिक्षा विरोधी है। जिला महासचिव विनोद प्रजापति ने कहा कि एक तरफ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में एक ऐसी सरकार चल रही है जो वर्ल्ड क्लास के सरकारी स्कूल बना रहे हैं जिसमें स्विमिंग पूल है, खेल के बेहतरीन मैदान है ,स्मार्ट क्लास रूम है हैप्पीनेस कार्यक्रम चलाए जाते हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूल खराब क्यों है? छात्र उसमें पढ़ने क्यों नहीं आना चाहते!उसमें सुधार कैसे किया जाए कि बच्चे प्राइवेट स्कूलों से निकलकर सरकारी स्कूल में आने लगें, इस पर ध्यान देने के बज़ाय योगी सरकार सरकारी स्कूल ही बंद कर रही है। व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष एच. एन. तिवारी ने कहा कि खुद योगी जी के गृह जनपद गोरखपुर में चार राजकीय हाई स्कूल थे,चारों बंद हो गए। सरकारी प्राथमिक विद्यालय तो कई बंद हो गए। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में अब एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं होने देगी इसके लिए हमें जो भी करना पड़ेगा करेंगे लेकिन दलितों, पिछड़ों और गरीबों के स्कूल बंद नहीं होने देगें।
प्रदर्शन में आदि प्रमुख रूप से राजेश चौधरी अनिल धर सैयद मोहम्मद जैदी विद्याधर मिश्र लक्ष्मी नारायण, डॉ० कमलेश भारती, तेज बहादुर यादव पंकज यादव, सूरज कनौजिया, ऋषभ गुप्ता, दीपक कुमार, विपिन कुमार, योगेश सिंह, अमन सिंह, बंटी अग्रहरि राजेश चौधरी, पूर्व सभासद पंकज कुमार यादव, सूरज कनौजिया, विपिन कुमार, दीपक कुमार, योगेश कुमार सिंह, तेज बहादुर यादव, अनिल यादव, ऋषभ, रामप्रताप यादव, अमित गौतम, शशि कुमार रजक, के0पी0 गुप्ता, आशीष ,मोहम्मद आसिफ, देवेंद्र कुमार यादव, रवि पाल, देवेंद्र दुबे, लल्लन, अमित विश्वकर्मा, अमित श्रीवास्तव एवं अमन सिंह आदि उपस्थित रहे।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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