दैनिक समाचार पत्रों साथ-साथ साप्ताहिक समाचार पत्रों को भी विज्ञापन वितरित करें - साप्ताहिक संपादक संघ की मांग

By: Surendra
Mar 15, 2024
421

सकारात्मक निर्णय लिया जायेगा। महानिदेशक ब्रिजेश सिंह का आश्वासन

मुंबई : कुछ दिनों से सरकार की ओर से सरकार द्वारा अनुमोदित विज्ञापन सूची में शामिल दैनिक समाचार पत्रों को विज्ञापन दिये जा रहे हैं, लेकिन छोटे समाचार पत्रों से संबंधित साप्ताहिक समाचार पत्रों को विज्ञापन न देकर इन विज्ञापनों से वंचित किया जा रहा है। 'श्रेणी साप्ताहिक जो सरकार द्वारा अनुमोदित विज्ञापन सूची में शामिल हैं।  यह सरकार द्वारा अनुमोदित विज्ञापन सूची में शामिल साप्ताहिक समाचार पत्रों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।  इस संबंध में प्रशासन की ओर से विज्ञापन वितरित करते समय दैनिक एवं साप्ताहिक में भेदभाव न करते हुए साप्ताहिक संपादक संघ की ओर से महानिदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क एवं मुख्यमंत्री से यह मांग की गई है कि विज्ञापन शासन द्वारा अनुमोदित विज्ञापन सूची में शामिल साप्ताहिक समाचार पत्रों के साथ-साथ शासन द्वारा अनुमोदित विज्ञापन सूची में शामिल दैनिक समाचार पत्रों को भी वितरित किया जाये। सचिव श्री  ब्रिजेश सिंह से मुलाकात के बाद दिया बयान.

 साथ ही 1. दैनिक समाचार पत्रों के संपादकों एवं पत्रकारों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संपादकों एवं पत्रकारों को साप्ताहिक संपादकों के समान दर्जा मिलना चाहिए।

 2. दैनिक समाचार पत्रों के लिए स्थान उपलब्ध कराया गया है तो साप्ताहिक के संपादकों को कम से कम घर या कार्यालय के लिए सरकारी योजना का लाभ मिलना चाहिए।

 3. सभी स्थानीय स्वशासी निकायों (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पालिका, नगर निगम) को सरकार द्वारा अनुमोदित सूची में जिलेवार साप्ताहिक विज्ञापन देना अनिवार्य किया जाना चाहिए।

 4. स्थानीय स्तर पर साप्ताहिक के संपादकों को विशेष सुविधाएँ प्रदान करना।

 5. साप्ताहिक के संपादकों को विभिन्न सुविधाएँ प्रदान करना जो अन्य राज्यों में उपलब्ध हैं।

 6. सरकार द्वारा अनुमोदित लघु श्रेणी के साप्ताहिक पत्रों का विज्ञापन क्षेत्र बढ़ाना।

 7. साप्ताहिक के संपादकों को सत्र के दौरान समाचार एकत्र करने की अनुमति देना।

 8. साप्ताहिक के सम्पादक को भी शासकीय अनुमोदन एवं शासन अनुमोदित सूची हेतु चयन समिति में स्थान दिया जाये।

 9. प्रदेश में साप्ताहिक संपादकों के लिए संपादक भवन का निर्माण कराया जाए।

 10. साप्ताहिक संपादक सहायता केंद्र बनाना।

 इन मांगों को लेकर एक बयान दिया गया.  श्रीमान ने आश्वासन दिया कि साप्ताहिक संपादकों के वक्तव्य पर यथाशीघ्र बैठक बुलाकर सकारात्मक निर्णय लिया जायेगा।  ब्रिजेश सिंह ने साप्ताहिक संपादक संघ के न्यासी मंडल के समक्ष प्रस्तुत किया।


Surendra

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?