To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
By : अजय उपाध्याय
मुंबई : मराठी साहित्य संघ और घाटकोपर स्थित श्रीमती पी. एन दोशी महिला कॉलेज के सहयोग से "15वां महाविद्यालयीन मराठी साहित्य सम्मेलन" आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार अशोक बागवे ने की।. इस सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में आई. पी एस अधिकारी तेजस्वी सातपुते उपस्थित थे। बैठक की शुरुआत ग्रंथदिंडी से की गई ।ग्रंथदिंडी में 225 छात्राओं ने भाग लिया। इस सम्मेलन में मुंबई मराठी साहित्य संघ की ओर से पुरस्कार वितरित किया गया सुरेश वांडिले को उत्कृष्ट बालसाहित्यकार का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया जबकि वरिष्ठ खेल पत्रकार का पुरस्कार विजय साल्वी को प्रदान किया गया। पुलिस उपायुक्त तेजस्वी सातपुते ने अपने उद्घाटन भाषण में मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को सशक्त बनने के लिए पढ़ने के साथ खुद को समृद्ध करने की सख्त जरूरत है। अपने अध्यक्षीय भाषण में अशोक बागवे ने मानव जीवन में साहित्य के महत्व को बताया. उन्होंने कहा कि साहित्य न सिर्फ लोगों को जीना सिखाता है, बल्कि साहित्य समाज के निर्माण में भी भूमिका निभाता है। इस साहित्य सम्मेलन में सुप्रसिद्ध चित्रकार एवं लेखक विजयराज बोधनकर का साक्षात्कार कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. कॉलेज परिसर में उनके चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसके बाद सम्मेलन में 'आज के युवाओं के समक्ष चुनौतियां' विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने विद्वत्तापूर्ण शोध पत्र प्रस्तुत किये। अंतिम सत्र में संपन्न हुए छात्र कवि सम्मेलन ने कार्यक्रम में रंग जमा दिया। इन सभी सत्रों में विभिन्न महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। सुविधा, अतिथियों का परिचय और अन्य सभी जिम्मेदारियाँ विद्यार्थियों ने बहुत अच्छी तरह से निभाईं। पी एन दोशी महिला महाविद्यालय की मराठी विभागाध्यक्ष डाॅ. गीता जाधव, प्रो. विद्या करांडे ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया. मुंबई मराठी साहित्य संघ की साहित्य शाखा के पदाधिकारी एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अशोक बेंडखले का बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस साहित्यिक सम्मेलन के आयोजन में आशा मेनन का प्रोत्साहन अमूल्य था।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers