थर्ड डिग्री से सचिन की मौत या लेप्टो से परिजनों का सवाल? मुंबई धारवी के रहने वाले सचिन के परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम लेने से किया इन्कार किया है कहा कि हमे न्याय चाहिए जो भी पुलिस अधिकारी ले जाकर चोरी के शक मे मारा है उसे बर्खास्त करे सजा दें ।
और लड़के का भरपाई एवं सही रिपोट करें तभी हम और शव लेंगे! जब कि घर वाले का पुलिस पर आरोप लगाया कि
मुंबइ स्थित धारावी राजीव गांधी नगर भवानी चाल मे देर रात करीब एक बजे के समय धारावी पुलिस सादे वदीॅ मे मोबाइल चोरी के शक के आधार पर उनके परी को यह बोलकर लाया गया की सचिन के उपर मोबाइल चोरी करने का शक के आधार पर ले जा रहें हैं इसे पुछताछ कर छोड़ देंगे!
१२ जुलाई २०१८ को देर रात को ले गए! थोड़ी देर बाद उसका भाई सुनिल जैसवार पुलिस थाने मे उसको लेने गया तो पुलिस ने यह कहा की हम सुबह छोड़ देंग लेकिन सुबह न छोड़कर १३/७/२०१८ को रात मे छोड़ा!सचिन घर आते ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तब सचिन को इसका कारण पूछा तो उसने बताया की पुलिस ने उसे बहुत मारा पिट किया है जिसके बाद सचिन की ज्यादा हालत बीगरने लगी खुन की उल्टी दस्त होने लगी यह देख उसको सायन अस्पताल मे भर्ती किया गया तो डॉक्टरों ने जानकारी दी की इसको लेप्टोपायरस बिमारी है। इलाज के दौरान १७ वषीॅय नौंवी का छात्र कि का मृत्यु शनिवर को हो गया!सचिन के परीजनों का कहना है की मेरा बेटा को कोइ बीमारी नहीं था और न ही कोइ चोरी करता था वो पढ़ता था! पुलिस ने यह कहकर ले गया था की पुछताछ कर हम छोड़ देंगे! यह सोचकर हम अपने बच्चे को जाने दिया! सचिन की मौत का खबर लगते ही स्थानिय लोक जमा होने लगे! देखते ही देखते लोग गुस्से मे भीड़ का स्थान ले लिया!
यह खबर पाते ही कुछ राजनीतिक लोग अपनी लाभ का फायदा उठाने लगे हैं! सचीन के परीवार वालो के भावना से खेलते हुए धारावी पुलिस थाने का घेराव करते हुए एफ आइ आर दर्ज करने को काहा गया! और मांग करने लगे की जो पुलिस सचिन लेकर गए और जो सचीन को मारा है उसको सस्पेंड कर सजा दी जाए! हालत इतना बिगङ गया की गुस्साए भीड़ से पुलिस से झड़प हो गइ जिसमे कई पुलिस जख्मी हो गए हैं तथा दो पुलिस वाहन को भी नुकसान हुआ है! पुलिस में शिकायत दर्ज हुई है या नहीं यह अभी तक पता नहीं चल पाया है! कइ राजनिक लोगों के चक्कर मे सचीन के परीवार अपने आप को ठगा महसुस कर रहें हैं! उनका कहना है की हमे कोइ राजनिती से लेना देना नहीं ये लोग क्या कर रहें है हमे कुछ समझ मे नही आ रहा है! फिलहाल हम न्याय मांग रहे हैं हमे न्याय चाहीए जब तक न्याय नही मिलेगा हम झुठी शव पंचनामा,व शव नहीं लेंगे! शव अभीतक सायन अस्पताल मे ही पड़ा हुआ है और सभी परीजन अस्पताल के पास भुखे प्यासे बीलखते हुए धरना पर बैठे हुए है! सचीन के मां बाप भाइ बहन व रिस्तेदार सभी असमंजस मे हैं उनका यह भी कहना है की पोस्टमाटॅम की खबर है की बिमारी से हुइ है लेकिन सच यह है की सचीन की मौत पुलिस की मार सै हुइ है हमे लगता हौ की डॉक्टर ओर पुलिस की मिलि भगत से यह झुठा रिपोटॅ तैयार किया गया है! सचीन की मृत्यु से पुरी पुलिस प्रशासन परेशान हैं सचीन के शव को लेकर ए सी पी, डीसीपी सिनिर पलिस अधिकारी व धारावी पुलिस अधिकारी तक परेशान हैं! वहर हाल सचीन जैसवार के परीवार वालो से पुलिस, डॉक्टर, और कई समाजसेवक एवम बुद्घिजिवी जन शव को ले जाकर अंतिम संस्कार के लिए मनाने मे लगे हुए है रात तक खबर लिखे जाने तक सचिन जैसवार के परिजन न्याय मिलने तक मानने को तैयार नहीं हैं।