अकीदत के साथ मनाया गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी

By: Izhar
Oct 10, 2022
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सेवराई : उत्तर प्रदेश जनपद गाजीपुर में सेवराई तहसील क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न गांवों में जश्ने ईद मिलादुन्नबी (बारहवफात) बड़े ही अकीदत व शानो शौकत (हर्षोल्लास) के साथ जुलूस निकाला गया । 

सेवराई तहसील के  क्षेत्रीय मुसलमानों ने बड़े ही अकीदत वह शानो शौकत के साथ के साथ ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकालकर हजरत मोहम्मद साहब का यौमे  पैदाइश का इजहार किया है। इस जुलूस में प्रमुख रूप से उसीया, गोड़सरा , बारा, मनिया, रकसहा, सरैला,बहुआरा, दिलदारनगर गांव, मिर्चा, जबूरना, सरैला, चितरकोनी सहित कई गांवों के लोगों का जुलूस दिलदारनगर के मेन जुलूस में शामिल हुए। वही मदरसे के बच्चो ने जुलूस में चढ़ बढ़ कर हिस्सा लिया। साथ ही जुलूस के दौरान तिरंगा झंडा देखने में भी नजर आया छोटे छोटे बच्चे एवम बड़े बुजुर्ग भी इस जुलूस में बड़चढ़ कर हिस्सा लिए पैदल चल के नारे लगाए गए, जश्ने आमदे रसूल  अल्लाह ही अल्लाह, पत्ती पत्ती फूल फूल फूल या रसूल या रसूल, चमन चमन कली कली अली अली, सरकार की आमद मरहबा मरहबा, मदनी की आमद मरहबा, शोड़े की आमद मरहबा, के साथ लोगो ने नारे लगाए।


मेन जुलूस रक्सहां गांव से निकलकर वायरलेस मोड़ होते हुए दिलदारनगर बाजार होते हुए सरैला चट्टी होते हुए पुनः सरैला रोड में खत्म हुआ। जश्ने ईद मिलादुन्नबी (बारावफात) के दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्म दिन के तौर पर मानते है। और इस दिन मुस्लिम समाज के लोग उनकी याद में जुलूस निकाल कर उनके जन्म दिन का इजहार करते है। रात में अल्लाह की इबादत की जाती है। घरों में मस्जिदों में पवित्र कुरान पढ़ी जाती है।साथ ही पैगंबर मोहम्मद साहब के संदेशों को पढ़ा जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जश्ने ईद मिलादुन्नबी (बारावफात) का पर्व पूरी अकीदत के साथ मनाया गया।लोगो ने घरों एवं मस्जिदों में पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म दिन कोरानख्वानी और नियाज़ फातिहा कराया।ग्रामीण क्षेत्र के मुस्लिम गांवों में खूब रौनक रही।लोग अपने घरों में विभिन्न तरह के पकवान बनाए थे।और एक दूसरे को बारावफात की बधाई दिए।


उसिया मदरसा  दारूल उलूम अहले सुन्नत फैजुर रसुल के मुफ्ती वसीम मिस्बाही ने बताया कि  जश्ने ईद मिलादुन्नबी हम इसलिए मनाते हैं कि सबसे पहले रब ने मिलाद बनाया और यह सुन्नते इलाही है इसके बाद अंबिया का तरीका भी रहा है सहाबा ने भी मनाया और हमारे  के औलिया एकराम का तरीका भी रहा है मिलाद मनाने का फायदा यह मुसलमानों के लिए बख्शीश का ज़रीया है अल्लाह तबारक व ताला मिलाद की बरकत से हम पर खैरो बरकत का  नुज़ूल फरमाता है और हमें बेपनाह अजीरो सवाब अता फरमाता है जिस जगह मिलाद मनाई जाती है उस जगह एक साल तक अल्लाह के रहमतों का नुजूल होता रहता है।सुरक्षा के हिसाब से दिलदारनगर थाना के प्रभारी निरीक्षक अशेष नाथ सिंह पुलिस बल के साथ जुलूस की निगरानी कर रहे थे।


Izhar

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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