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णसी ।नगर निगम में देखने को मिला है। जहां तीन साल पहले मृत कर्मचारी का भी स्थानांतरण कर दिया गया, जिस पर अधिकारियों ने मुहर लगा दी। जानकारी तब हुई जब उसके रिलीव करने की बारी आई। अधिकारियों की इस चूक ने पूरे विभाग पर सवालिया निशान खड़ा दिया है।
दरअसल, शासन ने एक आदेश जारी किया कि जिस विभाग में तीन साल से अधिक समय से अगर कर्मचारी एक ही पटल पर बने हुए हैं तो उनका स्थानांतरण कर दिया जाए। इस शासनादेश को अमल में लाया गया। वाराणसी प्रशासन ने इन सभी लोगों की सूची बनाई जो लोग यहां तीन साल से काम कर रहे थे। इस लिस्ट के बनने के बाद सभी के स्थानांतरण की कार्रवाई शुरू हुई। यहीं पर मामला निकलकर सामने आया।
वहीं तीन साल पहले स्वास्थ्य विभाग में चपरासी के पद पर कार्यरत कमलनाथ का स्थानांतरण नगर निगम ने सामान्य अभियंत्रण विभाग में कर दिया। कमलनाथ की मृत्यु तो तीन साल पहले ही हो गई थी। ये संबन्धित अधिकारियों को तब पता चला जब चपरासी कमलनाथ को रिलीव करने की बारी आई। वहीं कमलनाथ के बेटे विश्वास ने इस बारे में जानकारी दी। विश्वास ने बताया कि उसके पिता की मृत्यु के बाद उसे उनकी जगह पर चपरासी की नौकरी मिल गई थी।
नगर आयुक्त डॉ. नितिन बसंल ने कहा कि इसकी जानकारी मुझे भी मिली है। उस स्थानांतरण सूची को सुधारने व संबंधित अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा जाएगा।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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