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By.जावेद बिन अली
नई दिल्ली :3 सालों से लगातार दिल्ली के जंतर-मंतर, राजघाट व देश के अन्य हिस्सों शांति पुर्ण आंदोलन, धरना प्रदर्शन के जरिए खाक छान चुके 55 हजार मेडिकल फिट युवा एक बार फिर से चुनावी मौसम के दौरान 21 जनवरी 2022 को ट्वीटर बाबा की शरण में आ रहे हैं। याद दिलाना चाहेंगे पिछले साल 21 जनवरी की वो काली रात जब रिजल्ट में अपना नाम ना पाकर इन युवाओं को सारी रात नींद नहीं आई थी। रणबीर सिंह ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि 55 हजार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर फिफ्टी- फिफ्टी का खेल खेला गया ओर स्टाफ सलेक्शन कमीशन द्वारा लम्बी चली भर्ती प्रक्रिया के कारण तीन-चौथाई युवा ओवर-एज के कगार पर पहुंचा दिए गए जबकि इन युवाओं ने तीनो चक्रव्यूह लिखित, फिजिकल व मेडिकल बाधाएं पार की थी। इन युवाओं के हक की लड़ाई में पुर्व अर्धसैनिक इसलिए आगे आए कि आने वाले कल में उपरोक्त युवा देश की सरहदों का सुरक्षा भार इन्हीं नौनिहालों के कंधों पर होगा ओर ये जवान हमारे पैरामिलिट्री परिवारों के महत्वपूर्ण अंग बनेंगे।रणबीर सिंह के नेतृत्व में 12 नवम्बर 2020 को 5 हजार एसएससी जीडी युवाओं को लेकर शहीद पार्क बहादुर शाह जफर मार्ग से राजघाट तक शांतिपुर्ण मार्च कर बापू समाधि पर धरना उपरांत डीजी सीआरपीएफ नोडल एजेंसी, एसएससी चेयरमैन, एवं राष्ट्रपति भवन में ज्ञापन सौंप कर मेडिकल प्रक्रिया फिर से शुरू करने की मांग की गई। परिणाम स्वरूप इन मुलाकातों का असर यह हुआ कि कौरोना महामारी के नाम पर जो मेडिकल प्रक्रिया थमीं हुई थी फिर से चालू कर दी गई। दिनांक 24 दिसंबर 2020 माननीय प्रधानमंत्री कार्यालय को अल्टीमेटम देने का असर देखने को मिला जब 21 जनवरी को नतीजे जारी कर दिया गया ओर 50 प्रतिशत युवाओं को सभी बाधाएं पार करने के बावजूद बीच मंझदार में छोड़ दिया गया जोकि आज जगह जगह धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है।रणबीर सिंह आगे कहते हैं कि अर्धसेनिक बलों के कल्याण संबंधित मुद्दों व एसएससी जीडी युवाओं की नियुक्ति पत्र जारी करने हेतु 5 बार माननीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय से मुलाकातें हुई। 2 फरवरी को केंद्रीय गृह सचिव व ज्वांइट सेक्रेटरी से नॉर्थ ब्लॉक में मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया ओर 10 जून 2021 को रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से भेंट कर शीघ्र नियुक्ति हेतु गुहार लगाई गई। यहां तक कि 3 सितंबर 2021 को महामहिम राष्ट्रपति जी से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात कर तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर को नियुक्ति पत्र जारी करने हेतु अपील की।रणबीर सिंह ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जब सरहदों पर 1 लाख से अधिक सिपाहियों के पद खाली पड़े हुए हैं जैसा कि इस संबंध में माननीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय जी द्वारा संसद में बयान दिया गया था। पिछले 7 सालों में केंद्रीय सुरक्षा बलों में हजारों की संख्या में जवान आए साल नौकरी छोड़ रहे हैं लगता है कि अब तो सुरक्षा बलों में 2 लाख से ज्यादा सिपाहियों के पदों पर रिक्तियां हैं। जरूरी है कि धूर्त पाकिस्तान व चालाक ड्रेगन को लाल दिखाने के लिए इन युवाओं को शिघ्रता से नियुक्ति पत्र जारी कर सरहदों की चाक-चौबंद चौंकीदारी का भार मजबूत कंधों को सौंपा जाए। ध्यान रहे कि 55 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र जारी करने से सरकारी खजाने में कोई बड़ा घाटा नहीं आने वाला नहीं बल्कि हमारे राज्यों की कानून व्यवस्था ओर मजबूत होगी साथ ही देश की सरहदें ओर ज्यादा महफूज़ होंगी ओर युवाओं की नियुक्ति से हजारों घरों में रौशनी की नई किरण का आगाज होगा।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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