नई पहल ‌:- मोहम्मदाबाद कस्बा मैं बिन बारात शादी का जामा मस्जिद मोहम्मदाबाद में कि गई शुरुआत ‌

By: Izhar
Nov 11, 2021
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गाजीपुर :दुनिया का आधुनिक एवं प्रैक्टिकल धर्म इस्लाम भारत में मनुवादी इस्लाम बनने के कारण अपने शादी विवाह से लेकर मौत और पैदाइश तक के बुरे रस्म रिवाज से जकड़ जाने के कारण इस्लाम की रूह निकलती गई lलेकिन विगत कई वर्षों से समाज सुधार करने के लिए  गाजीपुर ही नहीं भारत के कई जिलों में अलग-अलग ढंग से प्रयास जारी है जनपद गाजीपुर के मोहम्मदाबाद तहसील अंतर्गत ग्रामसभा मुर्की खुर्द निवासी खान अहमद जावेद जब कोलकाता में रहते थे तो उन्होंने नाखुदा मस्जिद के इमाम मौलाना साबिर ने डॉक्टर महमूद साहब के निगरानी में निकाह कबूल किया था। 


आज उनका बड़ा पुत्र नाजिम रजा मोहम्मदाबाद की जामा मस्जिद मैं पूर्व विधायक शिवगत तुला अंसारी की मौजूदगी में जमात उल उलमा हिंद जनपद गाजीपुर के अध्यक्ष मौलाना अनस हबीब कासमी द्वारा निकाह पढ़ाने का अमल मोहम्मदाबाद कस्बा निवासी अमानुल्लाह की लड़की निखत परवीन के साथ हुआ नाजिम रजा के साथ मात्र 5 लोग ही आए थे जिसके कारण पूरे कस्बा में चर्चा का विषय बना हुआ है। 


१० नवंबर को बाद नमाज असर जामा मस्जिद मैं पूर्व विधायक शिबू तुला अंसारी द्वारा मस्जिद में निकाह का  ऐलान किया इस अवसर पर मौलाना ने निकाह के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा अमल है यह एक ऐसा अमल है यह एक ऐसा अमल है जो मरते जिंदगी तक इसका सवाब  मिलता रहता है लड़के वाले को खुद लड़की के यहां पैगाम देना चाहिए हमारे अंदर फैली हुई सामाजिक बुराइयों को समाप्त करनी चाहिए इस अवसर पर मुख्य रूप से इसला हेमासर समिति के अध्यक्ष गाजीपुर हाजी अब्दुल कलाम १२ साहित्यिक मंच के संरक्षक शरबत महमूद हाजी शाहिद अख्तर खान सामाजिक कार्यकर्ता अमीर हमजा हाजी शाहिद अख्तर खान मैनेजर इम्तियाज अहमद एडवोकेट मौजूद रहे । 


Izhar

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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