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राजस्थान में करोना जुदा शहीद को 1 करोड़ रुपया दिल्ली सरकार की तरह मुआवजा देने की मांग
By.जावेद बिन अली
पूरे भारत में स्वास्थ्य विभाग मात्र ७० साल की खराब हालत के सूरत में पेश नहीं कर रहा है बल्कि २०१४ में आदरणीय प्रधानमंत्री ने पूरे भारत के लोगों को नए भारत का सपना दिखाया था और उस पर कोई भी काम नहीं किया गया सिर्फ कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का एक लक्ष्य लेकर केंद्र सरकार काम करती रही यही वजह है जब सरकार की यह मंशा होती है कि हमें काम नहीं करना है धोखा देना है यही हाल होता है और आज पूरे भारत का हॉस्पिटल निजाम चारों तरफ गिरता हुआ नजर आ रहा है ।और इसके लिए नेता कम जनता अधिक जिम्मेवार है ।आज जिस तरह से सभी पार्टियों के प्रवक्ता आकर एनडीटीवी पर रो रहे थे ।कोरोना योद्धाओं पर हवाई जहाज से फूलों की वर्षा ना करा कर हॉस्पिटल सिस्टम को सही किया गया होता तो आज की हालत नहीं होती ।
राजस्थान भीलवाड़ा ( मेडिकल ) मेडिकल कॉलेज के सीनियर लैब टेक्नीशियन की आज करोना संक्रमण से उपचार के दौरान मृत्यु हो गई है। ज्ञात हुआ है कि मेडिकल कॉलेज में तैनात नाथद्वारा निवासी सरफराज मंसूरी को कोरोना वायरस के लिए महात्मा गांधी अस्पताल के सेंटर पर लगा हुआ था । २१ तारीख को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और जांच में पॉजिटिव निकले उपचार के लिए महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें आयुष सेंटर भेज दिया गया । उनकी लगाता हालत बिगड़ी बिगड़ती गई और कर्मचारी का आरोप है कि उन्हें प्रॉपर उपचार नहीं मिल पाया है ।
इससे आज उनकी मौत हो गई उनके एक रिश्तेदार कुछ समय पहले ही कोरोना वायरस हुए थे जबकि उनकी मां भी आयुष कोविड-१९ में भर्ती बताई गई है ३२ साल के सरफराज के दो छोटे बच्चे हैं सहायता की मांग मेडिकल कॉलेज के लैब टेक्नीशियन जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखकर सरफराज को राजस्थान सरकार की मुताबिक ५० लाख के मुआवजे की मांग तत्काल देने की मांग की है । वहीं दूसरी तरफ अखिल राजस्थान मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन कर्मचारी संघ द्वारा दिल्ली सरकार की तरह राजस्थान गवर्नमेंट को भी पुराना युद्ध शहीदों को एक करोड़ रुपया मुआवजा देने की मांग की है।
साथ ही उन्होंने समय पर इलाज नहीं मिलने पर भी नाराजगी जताई है । जिला कलेक्टर को लिखे गए पत्र में कहा गया कि सरफराज के परिवार के भरण पोषण करने वाला कोई नहीं बचा है दो छोटे बच्चे हैं जिनका भरण पोषण करने वाला कोई नहीं है
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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