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दिलदारनगर।उसिया सरासर गुंडई नहीं तो इसे और क्या कहा जाएगा। युवक तुफैल खां(20) को दबंग भाइयों ने हमला कर लहूलुहान कर दिया। पुलिस में शिकायत पर हमलावर भाई तुफैल के घर धमके और उसके पिता मुनीफ खां को खूब धमकाए। उससे सदमे में मुनीफ खां अचेते हो गए। जिला मुख्यालय स्थित निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। चिंताजनक दशा को देख उन्हें वाराणसी रेफर किया गया लेकिन रास्ते में ही उनका दम टूट गया। मामला उसिया गांव का है। तुफैल के मुताबिक मंगलवार की शाम वह दिलदारनगर बाजार से गांव उसिया लौट रहा था। उसी बीच गांव के ही मजहर खां और उनके तीन बेटे अफजल, दानिश तथा सोनू ने उसे जबरिया रोके। फिर मजहर की ललकार पर उनके तीनों बेटे उस पर टूट पड़े। उसके बाद अधमरा समझ उसे मौके पर छोड़ कर भाग गये । राहगीरों ने किसी तरह उसे अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में तुफैल ने दिलदारनगर थाने में तहरीर दी। पुलिस एनसीआर दर्ज की। यह जानकारी मिलने के बाद मजहर के बेटे अपने साथियों संग रविवार की सुबह तुफैल के घर पहुंचे और तहरीर वापस न लेने पर तुफैल समेत पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी देने लगे। तुफैल के पिता मुनीफ ने आपत्ति की तो वह उनके साथ भी उलझ गए। इस घटना से मुनीफ को सदमा लगा और वह अचेत होकर गिर पड़े। इस सिलसिले में दिलदारनगर थाने पर संपर्क किया गया। प्रभारी एसओ मंटू राम ने पहले तो एसएचओ अखिलेश कुमार त्रिपाठी की नामौजूदगी का हवाला देते हुए घटना के प्रति अनभिज्ञता जताए लेकिन कुछ देर बाद बताए कि इस मामले में दोनों ओर से क्रास केस है। उधर दिवंगत मुनीफ को सोमवार को दफनाया गया। उसमें काफी संख्या में लोग शिरकत किए। उस मौके पर मौजूद बसपा के वरिष्ठ नेता अतुल राय ने कहा कि यह सरासर गुंडई है। पहले बेटे पर जानलेवा हमला हुआ। फिर पिता को मानसिक प्रताड़ना देकर मौत की नींद सोने को मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमलावरों और उनके पिता के खिलाफ हत्या का भी मामला दर्ज होना चाहिए। मालूम हो कि हमलावरों के पिता गुलाम मजहर खां दिलदारनगर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था एसकेवीएम के मैनेजर हैं। इसी बीच हमले में जख्मी तुफैल ने मेंटल टार्चर से अपने पिता की मौत के मामले में भी थाने में तहरीर दी है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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