स्वरोजगार पर आधार लघु फिल्म "एक नई दिशा का १६ फरवरी को विमोचन

By: Khabre Aaj Bhi
Jan 29, 2021
324

हर हाथ में काम, हर जेब में दाम हो सकता है : संजय राय शेरपुरिया


By: खान अहमद जावेद

 गाजीपुर:  आदरणीय प्रधानमंत्री द्वारा भारत को आत्मनिर्भर बनाने के मिशन को चार चांद लगाने के लिए पूर्वांचल का पिछड़ा जिला गाजीपुर में यूथ रूलर एंटरप्रेंयोर फाउंडेसन द्वारा प्रस्तावित “सेंटर फार एक्सेलंस” का स्थापना के संदर्भ में शुक्रवार को शहर के बड़ीबाग चुंगी स्थित एक पैलेस में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। 

इस मौके पर संजय राय शेरपुरिया ने कहां कि हर हाथ में काम, हर जेब में दाम हो सकता है सिर्फ प्रयास की जरूरत है lउन्होंने यह भी कहा कि सेंटर फार एक्सलेंस के द्वारा किसानों और युवाओं को उत्तम एवं नई तकनीक के माध्यम से मुख्य चार योजनाओं द्वारा आत्मनिर्भर बनाने के प्रयत्न किया जाएगा।

उन्होंने जानकारी देते पहली योजना के संबंध में बताया कि कौशल प्रशिक्षण यानि युवाओं के कौशल को, टैलेंट को बेहतर करना। प्रशिक्षण देने, सिखाना और युवाओं को बेहतर बनाना। बताया कि हम कौशल प्रशिक्षण भी अलग तरीके से करें। कौशल प्रशिक्षण देने के पहले हम जाब तय कर लें। उसके बाद ट्रेनिंग देंगे। 


उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहां कि अक्सर यह होता है कि लोग प्रशिक्षण लेकर जाब खोजते हैं। हम इसका विपरीत करेंगे। हम पहले जाब की गारंटी देने, फिर उसके लिए युवाओं को प्रशिक्षण देंगे। फाउंडेशन के पास ऐसे काम का डाटाबेस पहले से होगा कि किस कार्य के लिए कितने लोग चाहिए। जिले की खासियत के हिसाब से प्रशिक्षण दिया जाएगा। हर जिले में कुछ न कुछ खास कौशल वाले लोग होते है। हम उन्हें पहचानेंगे और युवाओं को उन्हीं कौशल के बारे में प्रशिक्षण देंगे ताकि उन्हें आसानी से स्थानीय रोजगार मिल सके। 

उन्होंने अपनी दूसरी योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि “एकीकृत खेती” यानि “जीरो बजट” खेती। अगर हम इंटीग्रेटेड एग्रीकल्टर करते है तो केवल खेती ही नहीं करेंगे, बल्कि इसके साथ ही पशुपालन भी करेंगे। इसके तहत हम केवल फसलें ही नहीं उगाएंगे, बल्कि पशुओं के लिए सस्ता चारा भी उगाएंगे तो कास्ट आफ प्रोडक्शन अपने आप हम कम होते ही प्राफिट बढ़ने लगेगा। 

उन्होंने अपनी तीसरी योजना नई तकनीक से “पशुपालन” के संबंध में बताया कि इस योजना से युवाओं को प्रजेंटेशन करेंगे और समझाएंगे कि कैसे प्रशिक्षण द्वारा नए जमाने के लिहाज से पशुपालन, मछली पालन करना हैl ताकि वह आसान हो, कम जगह और कम संसाधन में हो जाए और अधिक फायदा भी हो। 

उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहां कि चौथी योजना “मेरा रोजगार” है। हमारे यूथ एंटरप्रेंयोर फाउंडेशन का एक बड़ा काम है युवाओ को रोजगार प्रदान करना। अधिकांश युवा ऐसे भी होते हैं, जो स्वरोजगार करना चाहते है, लेकिन उन्हें कोई रास्ता दिखाने वाला नहीं होता है। मेरा रोजगा में फाउंडेशन की यही योजना है कि वह युवाओं का गाइड बने, उन्हें रास्ता दिखाए और मदद कर मंजिल तक पहुंचाए। जो आदमी मुर्गी नहीं पालेगा, मछली नहीं पालेगा, खेती नहीं करेगा तो उसके लिए भी हमारे पास उपाय है। हमारे सेंटर फार एक्सीलंस में जो आएगा, उसे फाउंडेशन काम देकर ही भेजेगा, यह तय है। 

संजय राय शेरपुरया ने बताया कि “सेंटर फार एक्सेलंस” का भूमि पूजन तथा बेरोजगारी से स्वरोजगार पर आधार लघु फिल्म “एक नई दिशा” का विमोचन गाजीपुर जिले में 16 फरवरी को होगा, जो लाखों किसानों एवं युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का निर्धार है। 

पत्रकार वार्ता के दौरान नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, सुनील, राघवेन्द्र उपाध्याय उर्फ बुच्चू बाबा, अजय कुमार यादव, अंकित राय आदि मौजूद थे।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?