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निर्वाचन परिचय कार्ड धीमी गति से क्यों ?
By:खान अहमद जावेद
गाजीपुर : पूरे उत्तर प्रदेश में विधानसभा से लेकर पंचायत चुनाव की तैयारी आरंभ हो गई हैl वहीं दूसरी तरफ कोविड-१९ का खौफ से तमाम प्राइमरी पाठशाला बंद पड़े हुए हैं। लेकिन इसी कोविड-१९ में इलेक्शन क्यों हो रहे ? लोगों का यह भी है एक सवाल ?
इलेक्शन कमिशन की नोटिफिकेशन के अनुसार जिसकी आयु १ जनवरी २०२१ को उम्र १८ साल हो जाएगी ,निर्वाचन परिचय कार्ड के लिए आवेदन दे सकता है । या किसी के नाम में कोई टूटी हो उसे भी दुरुस्त करा सकता है ।
लेकिन लोगों की ध्यान इस तरफ नहीं होने की एक कारण यह भी नजर आ रहा है । लोगों का विश्वास चुनाव आयोग पर अब नहीं रह गया हैl लोगों का कहना है कि वोट देकर क्या होगा ? वोट किसी दूसरे को देते हैं और कहीं चला जाता है । इससे अच्छा हैl निर्वाचन कार्ड नहीं रहना।
लोगों का यह भी कहना था । अमेरिका जैसा विकसित देश में वोट बैलेट पेपर पर होता है और हमारे देश में हम देशवासियों को बेवकूफ बनाने के लिए स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने ईवीएम मशीन लाई थीl कांग्रेस की खेल को भारतीय जनता पार्टी ने समझकर जो कल तक ईवीएम की विरोध कर रही थी।अब वह ईवीएम की भक्त हो गई है ।
मोहम्मदाबाद तहसील अंतर्गत हायर सेकेंडरी स्कूल बालापुर पर मौजूद उषा देवी सलमा परवीन और संगीता वर्मा बीएलओ ने बताया कि हम सरकार की नौकरी करते हैं । पूरा दिन बैठते हैं । मुश्किल से दिन भर में एक दो लोग आ जाते हैं । वहीं दूसरी तरफ वोटर लिस्ट में डबल नाम होने की लिखित तौर पर देने के बावजूद भी कार्यालय द्वारा नाम छोड़ दिया जाता हैl और वोटर लिस्ट में एक ही व्यक्ति का कई जगह नाम दर्ज रहता है । हम लिखित शिकायत करके थक चुके हैंl
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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