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गाजीपुर : अक्टूबर और नवंबर त्योहारों का माह रहा है । अब त्योहारों का सीजन समाप्त हो चुका है । त्यौहारों के मद्देनजर लोग भीड़भाड़ वाले इलाकों में गए और न जाने कितने लोगों से उनका सामना हुआ, ऐसे में एक बार फिर से करोना संक्रमण का अंदेशा बढ़ गया है, जिसका असर राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों लगाए गए लॉकडाउन के दौरान सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिए कई तरह के नियम बताए गए थे लेकिन अनलॉक होते ही लोग उन नियमों को दरकिनार कर अपने अपने कामों में लग चुके हैं।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने रेलवे की सुविधा पर आंशिक रूप से रोक लगाई है ताकि लोगों में कोरोना का संक्रमण तेजी से न फैले। लेकिन यहाँ भी लापरवाही बढ़ रही है । ऐसे में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है जिसको लेकर जनपद गाजीपुर में भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा सहेडी स्थित एल-1 हॉस्पिटल का एक बार फिर से निरीक्षण किया जा चुका है ताकि जरूरत पड़ने पर उसे शुरू किया जा सके |
एसीएमओ डॉ के के वर्मा ने बताया कि जिस प्रकार से स्वास्थ्य विभाग और शासन द्वारा कोरोना संक्रमण बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। ऐसे में हम इन नियमो को अपनाकर कोरोना से एक बार फिर दो-दो हाथ कर सकते हैं।
१-सामाजिक दूरी का पालन करते वक्त भेदभाव न करें सभी से ६ फीट की दूरी रखें।
२ - आने वाले १५ दिन मास्क लगाएं तो याद रखें कि घर के बाहर किसी भी कीमत पर यह मास्क नहीं हटेगा। मास्क यदि मुंह पर लगा है और नाक ढकी हुई नहीं है तो मास्क लगाने का कोई औचित्य नहीं है इसलिए मास्क को पूरे समय सही ढंग से लगाएं।
३ - सर्दी का मौसम आ चुका है। आसानी से पूरे दिन गुनगुना पानी पी सकते हैं इसलिए कोशिश करें कि दिनभर में कम से कम २-३ बार तो गुनगुने पानी का ही सेवन करें।
४- आने वाले १५ दिन प्रतिदिन प्रात¬: पूरे परिवार के साथ योग करें। योग में उन सभी आसनों को शामिल करें जिनसे शरीर की रोग- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
५ – किसी को सामान्य सर्दी-बुखार भी है तो पहले डॉक्टर को बताएं। सर्दी-बुखार आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को कम कर सकता है जो कि वर्तमान समय के लिए ठीक नहीं है। अपनों के लिए डरें घर में बड़े-बुजुर्ग, बच्चे या गर्भवती महिला हैं तब तो बेहद आवश्यक है कि कोरोना के संक्रमण से पहले आपके शरीर में भय का संक्रमण हो जाए। यदि आप अपनों के लिए डरेंगे तो स्वयं को और अपनों को सुरक्षित रख पाएंगे।
६ - दिन में तीन बार ब्रीथिंग (गहरी सांस लेना) करें और घर के अन्य सदस्यों को भी करवाएं। एकबार में १० से १५ बार लंबी गहरी सांस लें, ठहरें और फिर छोड़ दें। ऐसा करने से फेफड़े मजबूत होते हैं।
७- यदि किसी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाते हैं तो सबसे पहले अपने दोनों हाथों को जींस या ट्राउजर की जेब में डाल लें। ऐसा करने से आप उस जगह भूलकर भी किसी रेलिंग, दीवार या अन्य वस्तु को छू नहीं पाएंगे।
८ - मार्च-अप्रैल का समय, जब आप ऑफिस जाते थे तो घर आकर सबसे पहले स्नान करते थे। १५ दिन के लिए उस समय को एकबार फिर से जी लें।
९ - अपने साथ सैनिटाइजर की एक छोटी शीशी जरूर रखें। शीशी इतनी ही होनी चाहिए कि आसानी से जेब में आ जाए। ताकि बार-बार आप हाथों को आसानी से सैनिटाइज कर सकें, आलस्य आपके आड़े न आए।
१० - जब भी बाहर से कोई सामान ला रहे हैं तो धीरज रखें, सामान को सैनिटाइज करें। यदि सामान का तुरंत उपयोग नहीं करना है तो 8 से 9 घंटे के लिए उसे अलग रख दें।
११ - यदि अभी भी लग रहा है कि पिछले दिनों आप बिना सावधानी के बहुत लोगों से मिले हैं तो आने वाले १५ दिनों के लिए बाहर न निकलें और घर के सदस्यों से भी थोड़ी दूरी बनाकर रखें।
१२- अगले १५ दिन बाहर से कुछ खाने का तो विचार बिल्कुल त्याग दें। घर में भी तला-भुना खाने की बजाय पौष्टिक आहार का सेवन करें। डाइट में हरी सब्जियों और खड़े मसालों को शामिल करें।
१३ - बाहर जाने पर भूल जाएं कि आपके पास दो हाथ भी हैं। दरवाजा खोलने, लिफ्ट का उपयोग करने के लिए कोहनी और पैरों का इस्तेमाल करें। हाथों को बार-बार चेहरे पर न लगाएं।
१४ - आने वाले १५ दिन खुद को एक चैलेंज दें। कई सारे काम लॉकडाउन के समय पर भी घर बैठकर हो रहे थे इसलिए आने वाले १५ दिन घर से ही अधिक से अधिक काम करें। बाहर निकलने के लिए बहाने न ढूंढ़ें।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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